ग्राउंड रिपोर्ट: मिर्जापुर में चुनाव में लगे जवानों की हीट स्ट्रोक से 20 मौतें, 22 से ज्यादा अस्पताल में

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मिर्जापुर/सोनभद्र। छह चरणों का मतदान सकुशल संपन्न करा लेने के बाद सातवें चरण का चुनाव पूर्वांचल के दो जिलों के लिए काल बन गया है। सोनभद्र और मिर्जापुर जिले में सातवें चरण के लिए होने वाले मतदान की पूर्व संध्या पर हीट स्ट्रोक (लू) ने ऐसा कहर बरपाया है कि चुनाव ड्यूटी में लगे हुए लोगों में हड़कंप मच गया है। लू लगने से दम तोड़ने वालों में सर्वाधिक होमगार्ड के जवानों की संख्या बताई जा रही है। होमगार्ड के जवानों के अलावा पीठासीन अधिकारी एवं अन्य भी हीट स्ट्रोक के शिकार हुए हैं। मिर्जापुर मंडलीय अस्पताल से लेकर पोस्टमार्टम घर तक लाशों के ढेर और हीट स्ट्रोक की चपेट में आकर तड़पते हुए जवानों की दशा देख हर किसी का कलेजा फट पड़ रहा था।

मृतकों में होमगार्ड के जवानों की संख्या अधिक

अकेले मिर्ज़ापुर में ही चुनावी ड्यूटी में हीट स्ट्रोक से 13 की मौत बताई जा रही है जिनमें 9 होमगार्ड के जवान और 1 लिपिक, स्वीपर, पीठासीन अधिकारी भी बताए जा रहें हैं। 23 लोग अभी भी भर्ती है, 2 लोगों की क्रिटिकल हालत है। सभी को चुनावी ड्यूटी के दौरान पॉलिटेक्निक कॉलेज मिर्ज़ापुर से उनके गंतव्य के लिए रवाना किया जा रहा था कि इसी बीच तबीयत बिगड़ने पर सभी को आनन-फानन में मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया। हालत गंभीर होने और मौत होने से अधिकारी भी अंदर तक हिल उठे हैं। पहाड़ी जिले सोनभद्र में भी 3 की मौत होने व कई अन्य के भर्ती होने को लेकर चुनाव ड्यूटी में तैनात किए गए लोगों में हड़कंप मचा हुआ है।

चुनावी ड्यूटी के लिए तैयार कर्मचारी

आंकड़ों पर गौर करें तो दम तोड़ने वाले लोगों में सीएमओ कार्यालय मिर्जापुर में तैनात रहे (55) शिवपूजन श्रीवास्तव जो गाजीपुर जिले के रेवतीपुर थाना अंतर्गत नवली गांव के निवासी थे, ‌की मौत हीट स्ट्रोक से हो गई है। जिनकी हालत बिगड़ने पर शुक्रवार दोपहर में ही उन्हें लेकर उनके परिजन जिला अस्पताल पहुंचे थे जहां उनकी मौत हो गई।

अस्पताल में भर्ती कर्मचारी

गोण्डा जनपद निवासी होमगार्ड के जवान बच्चा राम चौबे (50), सफाई कर्मी रवि प्रकाश (40) निवासी चुनार, मिर्ज़ापुर, नरखोईयां कंपनी, बस्ती निवासी होमगार्ड जवान सत्य प्रकाश (52), गोण्डा निवासी राम जियावन यादव (50), नैनी प्रयागराज निवासी त्रिभुवन (50), कौशांबी जिले के सिकंदरपुर बजहा कहार निवासी रामकरन (55), गोण्डा निवासी प्रयाग नारायण मिश्र (55), सफाई कर्मी अभिलाष (32), शिवशंकर (42), मिर्ज़ापुर के मझवां ब्लाक स्थित बूथ पर बतौर पीठासीन अधिकारी नियुक्त सुल्तानपुर जिले के भिदूरा गांव निवासी उमेश कुमार श्रीवास्तव (57), लखनपुर मेजा, प्रयागराज निवासी बस कंडक्टर अवनीश पांडे (55), की मौत हुई है।

राह चलते भी हो रही मौत

इसी प्रकार मिर्ज़ापुर जिले के मड़िहान तहसील क्षेत्र के बेदौली पूरवा, देवदहा गांव निवासिनी अंजलि (17),  हलिया मिर्ज़ापुर में समाचार पत्र विक्रेता मुहैतदीन उर्फ गड्डी (58) की मौत हो गई है। वह शुक्रवार को सुबह क्षेत्र में अखबार वितरित कर दोपहर 12 बजे के करीब वापस घर जा रहे थे, जैसे ही हलिया पुराने थाने के सामने पहुंचे थे कि साइकिल चलाने में असमर्थ हो गए। साइकिल सड़क पर खड़ी करके सड़क पर ही लेट गए। सूचना पर मौके पर पहुंचे परिजन तथा ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उपचार हेतु ले गए जहां पर चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

मृतक हॉकर के बेटे गुलाम ख्वाजा ने बताया कि पिता की मौत लू लगने से हुई है। हॉकर के परिवार में पत्नी के अलावा पांच बेटा तथा दो बेटियां हैं। एक बेटा तथा दो बेटी अभी विवाहित हैं। मृतक की पत्नी समसु निशा का रो-रो कर बुरा हाल हो गया था। वह वर्ष 2001 से अखबार वितरण का कार्य करते थे। इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर ने बताया कि मृतक हॉकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आने से पहले ही मर चुका था। लू लगने अथवा ब्रेन हेमरेज या हार्ट अटैक से मौत हुई होगी। मौके पर पहुंची पुलिस डेडबाडी को कब्जे में लेकर पीएम को भेज दिया। मरने वालों में कई ज्ञात और अज्ञात भी हैं। इनमें पड़ती, मिर्ज़ापुर के रानी चौकियां गांव निवासी रामपाल (51), सहित ट्रेन से सफर कर रहे यात्री की भी मौत होनी बताई जा रही है।

बात बिगड़ी तो बांटने लगें ORS के पैकेट

हीट स्ट्रोक से होने वाली मौतों को देखते हुए जिलाधिकारी जिला निर्वाचन अधिकारी दिव्या मित्तल ने पोलिंग बूथ पर रवाना होने वाले लोगों को ORS इलेक्ट्रॉल का पैकेट वितरित करते हुए बराबर इसे लेते रहने के निर्देश दिए हैं। बताया गया की तबीयत बिगड़ने की स्थिति में तत्काल पीठासीन अधिकारियों को अवगत करा दिया जाए ताकि समुचित चिकित्सा व्यवस्था के साथ-साथ व्यवस्था में किसी भी प्रकार के व्यवस्था उत्पन्न न होने पाएं।

अधिकारियों और सुरक्षा प्रहरियों से से पटा रहा मंडलीय अस्पताल

चुनाव ड्यूटी के लिए निकले होमगार्ड जवानों समेत 13 लोगों की मौत के बाद मिर्जापुर में अफरातफरी का माहौल बना हुआ है। तबीयत बिगड़ने पर जहां कर्मचारियों को मंडलीय चिकित्सालय में भर्ती कराया गया वहीं मौके पर पहुंची जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने पीड़ितों का हाल जाना। उन्होंने भर्ती लोगों को हर संभव मदद देने के निर्देश दिए हैं। दूसरी ओर मृत शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जा रही हैं। मरने वालों में मिर्ज़ापुर जिले के अलावा गोण्डा, प्रयागराज, बस्ती एवं कौशाम्बी, सुल्तानपुर के रहने वाले हैं। जिनके परिजनों को अवगत करा दिया गया है।

जिला निर्वाचन अधिकारी प्रियंका निरंजन ने बताया कि हमारे तीन मतदान कार्मिक जिसमें चकबन्दी अधिकारी उमेश श्रीवास्तव, स्वास्थ्य विभाग के लिपिक शिव पूजन श्रीवास्तव व सफाई कर्मचारी रविप्रकाश की तबीयत खराब होने की वजह से दु:खद मृत्यु हो गयी हैं। इनकी आगे की पोस्टमार्टम प्रकिया के साथ ही राहत सम्बन्धी अन्य समस्त आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।

मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर रवि कमल ने बताया कि सात होमगार्ड जवान समेत अब तक 13 लोगों की मौत हुई है। अस्पताल में अभी और जवान भर्ती हैं। बाद में मंडलीय अस्पताल पहुंचे विंध्याचल मंडल के कमिश्नर व डीआईजी ने भी भर्ती लोगों का हाल जान चिकित्सकों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं।

हीट स्ट्रोक से होने वाली मौतों और भर्ती होने वालों की संख्या देखकर अधिकारी भी सकते में पड़ गए थे। वहीं दूसरी ओर चुनाव ड्यूटी में आए जवान अव्यवस्था देख अंदर से नाखुश नजर आए हैं। “जनचौक” से नाम न दिए जाने की शर्त पर कुछ जवानों ने अपना दुखड़ा सुनाते हुए बताया कि “वह 6 चरणों का चुनाव देख चुके हैं, लेकिन जितना बंद इंतजामी यहां दिखी है उतनी कहीं और नहीं रही है। बताया जहां रुकने की व्यवस्था है वहां क्षमता से अधिक जवानों को ठूंस दिया गया है। होमगार्ड जवानों को भोजन के लिए मेस की सुविधा न होने से उन्हें सर्वाधिक परेशानी हुई है। इस भीषण गर्मी में बस से सफर व खाने पीने से लेकर छाया इत्यादि की जो व्यवस्था है उसे मुकम्मल नहीं कहा जा सकता है। शौचालय के लिए भी परेशान होना पड़ रहा है।”

सोनभद्र में भी हुई तीन की मौत

उत्तर प्रदेश के अंतिम छोर पर स्थित चार राज्यों की सीमाओं से लगे पहाड़ी जिले सोनभद्र की भी दशा खराब बताई जा रही है। तवे की तरह तप रही धरती आग बरसा रहे आसमान के नीचे अप्राकृतिक संसाधनों के बलबूते मतदान सम्पन्न करा पाना भारी साबित हो रहा है। शुक्रवार को मतदान के दृष्टिगत मतदान संपन्न कराने के लिए पोलिंग पार्टियां लोढ़ी स्थित पॉलिटेक्निक कॉलेज से रवाना हुई थी। प्रचण्ड गर्मी में अव्यवस्थाओं के बीच उमड़ी भीड़ में हीट वेव का शिकार हो तीन मतदानकर्मियों की दुःखद मौत हो गई एवं नौ मतदानकर्मी अस्पताल में भर्ती हैं। मृतकों में कॉपरेटिव विभाग में क्लर्क नित्यानंद पाण्डेय मतदान अधिकारी प्रथम के तौर पर तैनात थे। पोलिंग पार्टी रवानगी स्थल पर सभी मतदानकर्मियों की भीड़ उमड़ी थी। इस दौरान हीटवेव की चपेट में आने से कई मतदानकर्मी बीमार पड़ गए। बीमार मतदानकर्मियों को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान तीन मतदानकर्मियों की मौत हो गई। नौ बीमार मतदानकर्मियों का इलाज किया जा रहा है जिनमे दो को निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया।

प्रकृति के आगे सभी बने बौने

मिर्जापुर में लोकसभा चुनाव के सातवें चरण के मतदान से पूर्व मतदानकर्मियों पर मौत की भयावह कहर का यद्यपि यह दूसरा हमला है, लेकिन लोकसभा चुनाव के दौरान मौत के खुले खेल का पहला मौका है। वरिष्ठ पत्रकार सलिल पांडेय बताते हैं कि “इसके पहले वर्ष 2021 के पंचायत चुनाव के दौरान चुनाव कर्मियों की थोक में मृत्यु कोरोना के चलते हुई थी।”

18 वीं लोकसभा के चुनाव का वक्त भीषण गर्मी में रखा गया है। बहुत से लोग इस वक्त के चुनाव को अनुपयुक्त मान रहे हैं। ‘2019 में 4 मार्च को अधिसूचना जारी हुई थी और 7 चरणों के चुनाव का अंतिम चरण 11 मई तय किया गया था। सामान्यतया 15 मई से 15 जून भीषण गर्मी का वक्त है। ऐसी स्थिति में यही चुनाव 10-11मई तक हो जाता तो नौतपा नक्षत्र का सामना न करना पड़ता।

अंतिम चरण के चुनाव की अंतिम घड़ी में विभिन्न जनपदों ही नहीं बल्कि प्रदेशों से चुनाव कर्मियों की हीट-स्ट्रोक के चलते मौत से अफरातफरी तो मची ही है। इसका असर मतदाताओं पर पड़ेगा ही, साथ ही बाहर खड़े सुरक्षाकर्मियों पर भी इसके खौफ का असर हो सकता है। यदि मतदान 45-50% के बीच रहा तब माना यही जाएगा कि गलत समय में चुनाव की तिथि निर्धारित हो गई।

(मिर्जापुर से संतोष देव गिरी की रिपोर्ट)

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