शीतकालीन सत्र के आज 14 वें दिन दोनों सदनों में विजय दिवस पर वीर सैनिकों को याद किया गया। निलंबित राज्यसभा सांसदों ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने लखीमपुर खीरी मामले को लेकर गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया और उनके इस्तीफे की मांग की। इसको लेकर आज भी दोनों सदनों में गतिरोध बना रहा।
लोकसभा में राहुल गांधी ने लखीमपुर खीरी मामले को उठाया। उन्होंने कहा कि इस मामले पर हमें बोलने दिया जाए। राहुल गांधी ने आरोपी गृह राज्यमंत्री के इस्तीफ की मांग करते हुए कहा कि यह अपराधी हैं, इन्हें सरकार से निकाल देना चाहिए और कार्यवाही होनी चाहिए।
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि प्रधानमंत्री लखीमपुर मामले पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैं। एसआईटी की रिपोर्ट के बावजूद भी अगर कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है, तो हमें यही कहना पड़ेगा कि प्रधनमंत्री उन्हें बचा रहे हैं। सभापति ने हमारी अपील नहीं सुनी और अचानक सभा की कार्यवाही स्थगित कर दी।
सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि “लखीमपुर खीरी कांड को लेकर राज्यसभा में, नियम 267 के तहत नोटिस दिया था। हम वहां हुई घटना पर चर्चा करना चाहते थे। एसआईटी ने साफ कहा कि किसानों की हत्या पूर्व नियोजित थी। यह एक साजिश थी। यह एक हत्या थी”।
उन्होंने आगे कहा कि “सदन में नियम 267 के तहत चर्चा होनी चाहिये थी लेकिन राज्यसभा के उप सभापति ने हमारी अपील सुने बिना सदन को स्थिगत कर दिया। नियम 267 के तहत कुछ सुनने के बाद फैसला लिया जाता है कि सदन में बहस हो सकती या नहीं”।
उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस ने अपडेट की हुई चार्जशीट दाखिल की है। इसकी निगरानी एक रिटायर्ड जज द्वारा की जा रही है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि जांच ठीक से चल रही है। गृह राज्य मंत्री का बेटा इसमें शामिल है और वह खुद साजिशकर्ता था। उसने अपने 13 दोस्तों के साथ मिलकर, किसानों की हत्या की थी। हम इसे संसद के सामने लाना चाहते थे। हमने सभापति से आग्रह भी किया और सुबह नेटिस भी भेजा था।
नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि मंत्री अजय मिश्र ने एक बार किसानों से कहा था कि वह अपना ‘सत्याग्रह’ तोड़ दें, नहीं तो उन्हें दो मिनट में ऐसा करना आता है। हो सकता है कि मंत्री जी के बेटे ने इस पर अमल कर दिया हो।
वहीं केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा है कि “हम संसद में चर्चा के लिए आह्वान कर रहे हैं। कुछ न कुछ बहाना बनाकर संसद को न चलने देना यह ठीक नहीं है। संसद चर्चा के लिए है और विपक्ष संसद के मूल कार्य को ध्वस्त कर रहा है जो ठीक नहीं है।”
लखीमपुर खीरी कांड पर विपक्ष, गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के इस्तीफे की मांग पर संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि यह पूरा मामला सबजुडिस है, सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में चल रहा है। राज्यसभा सांसदों के निलंबन के मुद्दे पर प्रह्लाद जोशी ने कहा कि उन सांसदों को अपने व्यवहार के लिए माफी मांगनी चाहिए। जिस ढंग से उन्होंने हमारे सुरक्षाकर्मियों के साथ व्यवहार किया वह उचित नहीं था”।
विपक्षी दलों के गतिरोध के बीच लोकसभा में जैव विविधता संशोधन बिल 2021 पेश किया गया। इसके बाद लोकसभा की कार्यवाही 17 दिसंबर सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
आज सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने संसद में सड़क के गड्ढों की वजह से होने वाले हादसों की जानकारी दी। मंत्रालय का कहना है कि गड्ढों की वजह से, देश में 2019 में 4,775 हादसे हुए, जबकि 2020 में 3,564 सड़क हादसे हुए।
पत्रकार को धमकाया था टेनी ने
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त करने की मांग को लेकर कांग्रेस प्रदर्शन कर रही है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के नेतृत्व में कांग्रेस द्वारा जीपीओ गांधी प्रतिमा से लेकर विधानसभा तक मार्च निकाला गया।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि “जब तक अजय कुमार टेनी को बर्खास्त नहीं किया जाएगा। इस मुद्दे को बाहर भी उठाएंगे और विधानसभा में भी उठाएंगे। इस लड़ाई को मज़बूती से अंजाम तक पहुंचाएंगे”।
NCP नेता नवाब मलिक ने अजय कुमार टेनी पर कहा कि “पत्रकार को डराया, धमकाया गया, मोबाइल छीना गया, यह कैसा आचरण है? एक तरफ आप किसानों की हत्या करते हैं और मंत्रिमंडल में बने हुए हैं, सवाल पूछे जाएंगे। यह साफ है कि सुनियोजित तरह से हत्या की गई प्रधानमंत्री उन्हें तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करें।
(जनचौक ब्यूरो की रिपोर्ट।)
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