Saturday, April 20, 2024

देश में लोकतंत्र की ऐसी-तैसी करने वाले पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र में ठोंका सबसे बड़ा लोकतंत्र होने का सीना

गुरुवार को संयुक्त राज्य अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस द्वारा लोकतंत्र का पाठ पढ़ाया जाना कट्टर दक्षिणपंथी विचारों के वाहक नरेंद्र मोदी को इतना नाग़वार गुज़रा कि उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा के मंच को अपने इगो को संतुष्ट करने का जरिया बना लिया। कोरोना महामारी में लाखों लोगों को मौत के मुंह में झोंकने वाले प्रधानमंत्री ने औपचारिकता के तौर पर कोरोना से मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देते हुये कहा कि मैं मदर ऑफ डेमोक्रेसी से आया हूं।
यूएनजीए के 76वें सत्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह भारत के लोकतंत्र की ताक़त है कि एक छोटा बच्चा जो कभी एक रेलवे स्टेशन के टी-स्टॉल पर अपने पिता की मदद करता था वह आज चौथी बार भारत के प्रधानमंत्री के तौर पर UNGA को संबोधित कर रहा है।

संयुक्त राष्ट्र महासभा में नरेंद्र मोदी ने कहा कि सबसे लंबे समय तक गुजरात का मुख्यमंत्री और फिर पिछले 7 साल से भारत के प्रधानमत्री के तौर पर मुझे हेड ऑफ गवर्नमेंट की भूमिका में देशवासियों की सेवा करते हुए 20 साल हो रहे हैं। मैं अपने अनुभव से कह रहा हूं, Yes Democracy Can Deliver, Yes Democracy Has Delivered.

इसके बाद नरेंद्र मोदी ने एक हेडमास्टर की तर्ज़ पर संयुक्त राष्ट्र को नसीहत देते हुये कहा कि “सफल होना है तो सुधार लाना होगा। संयुक्त राष्ट्र आतंकवाद को रोकने में सफल नहीं रहा। अफ़गान संकट के वक्त भी यूएन सवालों के घेरे में रहा है। यूएन के तरीके पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं”।

मानवता के बजाय सांप्रदायिकता के पक्ष में खड़े नरेंद्र मोदी ने महासभा में कहा कि “अफ़ग़ानिस्तान के हिंदू और सिखों को बचाना होगा। अफ़ग़ानिस्तान की ज़मीन का आतंकी इस्तेमाल ना करें। अफ़ग़ानिस्तान का फायदा पाकिस्तान ना उठाए। अफ़ग़ानिस्तान को टूल की तरह पाकिस्तान इस्तेमाल ना करे। आतंकवाद के ख़िलाफ़ दुनिया को एक साथ आना होगा”।

भगवा आतंकी संगठन के प्रचारक और नेता नरेंद्र मोदी ने यूएनजीए की 76वें सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि कंट्टरपंथी सोच दुनिया के लिए ख़तरा है। प्रोग्रेसिव सोच से ही दुनिया आगे बढ़ेगी।

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी निर्मित कोविशील्ड वैक्सीन भारत के नागरिकों को लगवाने वाले नरेंद्र मोदी ने अपनी हंसी आप कराने वाली शैली में दुनिया को वैक्सीन बनाने का गुर सीखने भारत आने का न्यौता देते हुये कहा कि भारत ने दुनिया की पहली DNA वैक्सीन बनाई। यह 12 साल से ऊपर के बच्चों के काम आएगी। भारत नेजल वैक्सीन बनाने में भी जुटा हुआ है। वैक्सीन कंपनियों को भारत में बनाने का न्योता देता हूं।

यूएनजीए के 76वें सत्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंतकवाद, विस्तारवाद, कोरोना वैक्सीन, लोकतंत्र समेत कई मुद्दों पर अपनी बात रखी। उन्होंने चुनावी मंचों से किये जाने वाले झूठे वादों की तर्ज़ पर संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा, “अध्यक्ष महोदय, प्रदूषित पानी भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व और खासकर ग़रीब तथा विकासशील देशों की बड़ी समस्या है, भारत ने इस चुनौती से निपटने के लिए 17 करोड़ से अधिक घरों तक पाइप से साफ पानी पहुंचाने का बहुत बड़ा अभियान चला रहे हैं। विश्व की बड़ी-बड़ी संस्थाओं ने यह माना है कि किसी भी देश के विकास के लिए वहां के नागरिकों के पास ज़मीन और घर के प्रॉपर्टी राइट का होना जरूरी है। दुनिया के बड़े-बड़े देशों में बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं जिनके पास ज़मीनों और घरों के प्रॉपर्टी राइट्स नहीं हैं। आज हम भारत के 6 लाख से अधिक गांवों में ड्रोन से मैपिंग कराकर करोड़ों लोगों को उनके घर और जमीन का डिजिटल रिकॉर्ड देने में जुटे हैं। ये डिजिटल रिकॉर्ड प्रॉपर्टी पर विवाद कम करने के साथ बैंक लोन तक लोगों की पहुंच बढ़ा रहा है।

इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा कि अंत्योदय की भावना के साथ भारत आज इंटीग्रेटेड इक्विटेबल डेवलपमेंट की राह पर आगे बढ़ रहा है, विकास सर्वसमावेशी हो, सर्वस्पर्शी हो, सर्वव्यापी हो सर्वपोषक हो यही हमारी प्राथमिकता है। बीते 7 वर्षों में भारत में 43 करोड़ से ज्यादा लोगों को बैंकिंग व्यवस्था से जोड़ा गया है जो अब तक इससे वंचित थे। आज 36 करोड़ से अधिक ऐसे लोगों को भी बीमा सुरक्षा कवच मिला है, जो पहले इस बारे में सोच भी नहीं सकते थे। 50 करोड़ से ज्यादा लोगों को मुफ्त इलाज की सुविधा देकर भारत ने उन्हें क्वॉलिटी हेल्थ सर्विस से जोड़ा है। भारत ने 3 करोड़ पक्के घर बनाकर बेघर परिवारों को घर का मालिक बनाया है।

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