लखीमपुर खीरी: अजय मिश्रा की बर्खास्तगी की मांग को लेकर यात्रा निकालने से पहले ऐपवा अध्यक्ष समेत कई नेता नजरंबद

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लखीमपुर खीरी। अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी और तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने आदि मांगों को लेकर अखिल भारतीय किसान महासभा की पूर्वघोषित यात्रा को रोकने के लिए योगी सरकार ने ऐपवा प्रदेश अध्यक्ष कॉमरेड कृष्णा अधिकारी, ऐपवा जिला अध्यक्ष आरती राय और किसान नेता कमलेश राय समेत कई नेताओं को हाउस अरेस्ट कर लिया है। यह यात्रा आज 11 नवम्बर को लखीमपुर खीरी के खजुरिया से शुरू होकर पलिया होते हुए 13 नवम्बर को निघासन में एक बड़ी सभा करके समाप्त होने वाली थी। इस सभा को अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय नेता राजाराम सिंह सहित कई बड़े नेता सम्बोधित करने वाले थे।

लेकिन इस यात्रा को रोकने के लिए कल शाम से ही स्थानीय प्रशासन ने घेरेबंदी शुरू कर दी थी। कल शाम को स्थानीय अधिकारियों ने कॉमरेड कृष्णा अधिकारी और कमलेश राय को बातचीत के बहाने थाने पर बुलाया और उन्हें अवैधानिक ढंग से 4-5 घण्टे थाने में रोके रखा और उसके बाद उन्हें कमलेश राय के घर हाउस अरेस्ट कर दिया।

अखिल भारतीय किसान महासभा/संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा आयोजित पदयात्रा लखीमपुर खीरी प्रशासन द्वारा रोके दी गई है। यह यात्रा 11नवम्वर को खजुरिया से शुरू होकर13 नवम्बर को निघासन में किसान पंचायत करके समाप्त होने वाली थी।

इस यात्रा की अन्य प्रमुख मांगों में तराई में भाजपा की विभाजन कारी राजनीति का जवाब देने और अभी हाल में आई बाढ़ की विभीषिका से बर्बाद फसलों का मुआवजा सहित धान खरीद की गारंटी करने आदि सवालों पर थी। इस यात्रा का मकसद ट्रेनी व प्रशासन के आतंक के खिलाफ जिले में लोकतांत्रिक माहौल बहाल करने और साथ ही 14 को पूरनपुर की किसान पंचायत और 22 नवंबर की लखनऊ की महापंचायत में किसानों की इस इलाके से भागीदारी को सुनिश्चित करने की ओर भी लक्षित था।

योगीराज में लखीमपुर प्रशासन कि इस अलोकतांत्रिक कार्रवाई के खिलाफ अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा प्रदेश उपाध्यक्ष नत्थी लाल पाठक ने उपवास शुरू कर दिया है और जिला प्रशासन के इस कदम को लोकतंत्र का गला घोटने की कार्यवाही बताया है। विदित हो कि कल 10 नवंबर को पलिया में डीएम व एसपी ने तराई की मशहूर किसान नेता भाकपा माले की केंद्रीय समिति की सदस्य कामरेड कृष्णा अधिकारी को कार्यक्रम न करने की हिदायत दी और उनके साथ किसान महासभा की राज्य कमेटी के साथी कमलेश राय को हाउस अरेस्ट करा दिया । कुशवाहा ने अपने साथ भी अमानवीय व्यवहार करने का आरोप लगाया और बताया की ज्यों ही 11नवम्बर की सुबह वो पलिया पहुंचे तुरंत ही बिना नहाए धोए पुलिस ने घेरकर कर बैठा लिया। उन्होंने योगी मोदी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि साजिश ,हत्या और दमन से किसान आंदोलन दबने वाला नहीं है बल्कि उल्टे ,टेनी को तो जाना ही है,योगी मोदी भी बचने वाले नहीं हैं।

उन्होंने बताया कि तराई सहित पूरे प्रदेश में धान खरीद को लेकर किसानों के बीच हाहाकार मचा हुआ है। यहां 900- 1000 रुपए कुंतल किसानों का दूसरा लूटा जा रहा है। और मोदी जी देश की संसद के अंदर एम एस पी थी,एम एस पी है,और एम एस पी रहेगी जैसी अहंकारी झूठी बयान बाजी करते हैं। ये किसानों के साथ क्रूर मजाक है। बाढ़ से तबाह किसानों का भी यहां कोई पुरसाहाल नहीं है।

उपवास स्थल पर ही बसई के कामरेड तूफानी जिनकी बिजली के करंट लगने से कल 10 नवंबर को मृत्यु हो गई थी आज यहां 2 मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जय प्रकाश नारायण, एपवा की प्रदेश अध्यक्ष कृष्णा अधिकारी, आरती राय, पीलीभीत के दीन दयाल, सईद उपस्थित थे।


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