हिरासत में ली गयीं प्रियंका गांधी, हिरासत में मृत सफाईकर्मी को देखने जा रही थीं आगरा

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आगरा में पुलिस हिरासत में मारे गये अरुण वाल्मीकि के परिजनों से मिलने जा रही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को उत्तर प्रदेश पुलिस ने यमुना एक्सप्रेस वे पर रोक लिया है। इस दौरान एक्सप्रेस वे के एंट्री प्वाइंट पर पुलिस से कांग्रेस कार्यकर्ताओं की झड़प भी हुई है। अब बताया जा रहा है कि पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया है।

इससे पहले उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा रोके जाने पर कांग्रस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा है कि “मैं पीड़ित परिवार के परिजनों का दुख बांटने के लिए आगरा जाना चाहती हूं। आखिर विपक्ष के नेताओं के मूवमेंट से सरकार को क्यों डर लगता है।”

उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी प्रियंका गांधी ने पुलिस हिरासत में हुई मौत पर कहा कि “भगवान वाल्मीकि जयंती के दिन उप्र सरकार ने उनके संदेशों के खिलाफ काम किया है। उच्चस्तरीय जांच, पुलिस वालों पर कार्रवाई हो और पीड़ित परिवार को मुआवजा मिले। “

प्रियंका गांधी के साथ उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और आचार्य प्रमोद कृष्णन और सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता हैं। गौरतलब है कि आगरा जिला के थाना जगदीशपुरा में मालखाने से 25 लाख रुपये ग़ायब होने के बाद पुलिस ने थाने में आने वाले प्राइवेट सफाईकर्मी अरुण वाल्मीकि को हिरासत में लेकर टॉर्चर किया था। आज बुधवार तड़के पुलिस हिरासत में अरुण वाल्मीकि की मौत हो गई। इत्तफाक यह कि आज वाल्मीकि जयंती भी है। पुलिस हिरासत में अरुण वाल्मीकि की मौत के बाद पोस्टमार्टम हाउस पर वाल्मीकि समाज के लोग सुबह से एकत्र हैं। एहतियातन पूरे थाने को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष राघवेंद्र सिंह मीनू अरुण के परिवार को सांत्वना देने के लिए पहुंचे थे।

पूरा मामला क्या है

17 अक्टूबर को थाना जगदीशपुर के मालखाने से 25 लाख रुपए चोरी का मामला सामने आया था। शक़ के आधार पर पुलिस ने कल सफाई कर्मचारी अरुण को ताजगंज इलाके से हिरासत में लिया था, लेकिन आज सुबह अरुण की पुलिस हिरासत में मौत हो गई।

(जनचौक ब्यूरो की रिपोर्ट।)

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