नई दिल्ली/लखनऊ। मैगसेसे पुरस्कार विजेता संदीप पांडेय और रिहाई मंच के महासचिव राजीव यादव समेत तकरीबन छह लोगों को पुलिस ने लखनऊ से फैजाबाद जाने से रोक दिया है। ये सभी गाड़ी से अयोध्या में आयोजित एक सर्वधर्म समभाव कार्यक्रम में हिस्सा लेने जा रहे थे। लेकिन पुलिस ने इनको कानून और व्यवस्था के खराब होने की बात कहकर बीच से ही लौटा दिया। यह लगातार तीसरी बार है जब पुलिस ने इसके कार्यक्रम में हस्तक्षेप किया है। इसके पहले दो बार पुलिस इनको हिरासत में ले चुकी है।
कल ही इन दोनों समेत कुछ और लोगों को लखनऊ में उनके ही घरों में नजरबंद कर दिया गया था जब ये सभी कश्मीर की जनता के साथ एकजुटता दिखाने के मकसद से हजरतगंज चौराहे पर कैंडल मार्च करने जाने वाले थे।
इसके पहले इन लोगों ने 11 अगस्त को कश्मीर पर कार्यक्रम करने की योजना बनायी थी। लेकिन पुलिस ईद औऱ स्वतंत्रता दिवस के मौके का हवाला देकर उसे टालने के लिए कहा था। जिस पर लोग मान गए थे। लेकिन 15 अगस्त बीत जाने के बाद जब इन लोगों ने कल उस कार्यक्रम को रखा तो उसकी इजाजत देने की जगह पुलिस ने फिर से उन्हें नजरबंद कर दिया। इनका कहना है कि योगी सरकार के दौरान अब किसी भी नागरिक को अपनी बात कहने का अधिकार तक नहीं है। धरना-प्रदर्शन जैसे जो नागरिकों के न्यूनतम लोकतांत्रिक अधिकार हैं वह भी सुरक्षित नहीं हैं।
आज जब उन्हें अयोध्या के रास्ते से वापस लखनऊ भेजा जा रहा था तब उन्होंने जो बातें कहीं आप उसे नीचे दिए गए वीडियो में सुन सकते हैं।
लखनऊ से अयोध्या जा रहे मैगसेसे पुरस्कार विजेता संदीप पांडेय और रिहाई मंच महासचिव राजीव यादव को रास्ते में रोककर पुलिस ने लौटाया

+ There are no comments
Add yours