चंदौली। यूपी के चंदौली जिले में अराजक तत्वों और प्रशासन के बीच गठजोड़ का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। जिसमें अराजतक तत्वों ने एक किसान की पहले फसल बर्बाद की और जब किसान थाने पर उसकी शिकायत करने गया तो अराजक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की जगह किसान को ही पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
घटना चंदौली के नौगढ़ क्षेत्र के चकरघटा थाने के अंतर्गत आने वाले भौसौड़ा की है। किसान का नाम हजरत अली है। और यह घटना 29/30 दिसम्बर 2020 की रात को हुई। जब अराजक तत्वों ने गेहूं की लहलहाती फसल पर दवा छिड़क कर उसे बर्बाद कर दिया। बताया जा रहा है कि हजरत अली इस बात की शिकायत करने 3 दिसम्बर को दोपहर थानाध्यक्ष चकरघटा गए।
शिकायत दर्ज करने और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की जगह थानेदार ने उनसे उल्टे यह लिखवाना चाहा कि उनकी फसल पर कोई दवा नहीं छिड़की गयी है और वह खुद से ही झुलस गयी है। जब कि हकीकत में हजरत अली की फसल पूरी तरह से झुलसी हुई देखी जा सकती है। और ऐसे मौसम में जबकि शीत लहरी है और लगातार पानी की आवक बनी हुई है भला खड़े-खड़े फसल कैसे झुलस सकती है। हजरत ने जब लिखने से मना किया और जांच कराने की बात कही तो पुलिस पीड़ित अली के साथ एक और नौजवान को पकड़ ले गयी। दिलचस्प बात यह है कि पुलिस हजरत अली को उसी जमीन को खाली करने के लिए एक सप्ताह पहले भी उठा ले गयी थी।
हजरत अली को पकड़ कर ले जाने के बाद उनकी पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। उनका कहना है कि उन्होंने कोई गल्ती भी नहीं की और ऊपर से सजा भी उन्हीं को मिल रही है। इससे संबंधित एक वीडियो जारी कर उन्होंने अपनी पूरी पीड़ा बयान की है।
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