Tuesday, April 23, 2024

चंद्रशेखर ने सांप्रदायिक फ़ासीवाद के खतरे को उसी समय पहचान लिया था : राजाराम सिंह

पटना। भाकपा-माले के युवा नेता व जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कॉमरेड चंद्रशेखर और श्यामनारायण यादव शहादत दिवस पर आज पूरे राज्य में दोनों शहीदों को श्रद्धाजंलि दी गई और उनके सपने को साकार करने का संकल्प लिया गया।

पार्टी राज्य कार्यालय में आयोजित श्रद्धाजंलि कार्यक्रम में पार्टी के राज्य सचिव कुणाल, पोलित ब्यूरो सदस्य कॉमरेड राजाराम सिंह, विधायक सुदामा प्रसाद, अमर, रामबली सिंह यादव, राज्य कमेटी के सदस्य नवीन कुमार, प्रदीप झा, आइसा नेता संतोष आर्या, कार्तिक पासवान आदि उपस्थित रहे। सभा का संचालन डुमराँव विधायक अजीत कुशवाहा ने किया।

इस मौके पर कॉमरेड राजाराम सिंह ने कॉमरेड चंद्रशेखर के संघर्षों को याद करते हुए कहा कि उन्होंने उसी दौर में साम्प्रदायिक फ़ासीवाद के खतरे को बहुत अच्छे तरीके से समझ लिया था और उसके खिलाफ निर्णायक संघर्ष में उतर गए थे। दुर्भाग्य से वे लोग आज देश की सत्ता में हैं और तमाम संवैधानिक-लोकतांत्रिक अधिकारों को कुचल देने पर आमादा हैं।

कॉमरेड चंद्रशेखर को याद करने का मतलब है फ़ासीवादी हमले के खिलाफ लोकतंत्र के संघर्ष को आगे बढ़ाना। कॉमरेड चंदू ने खुद को गरीबों के संघर्षों के साथ जोड़ा। आज के नौजवानों को उनसे प्रेरणा मिलती है और आज भी हजारों युवा उनके आदर्शों से प्रभावित होकर जनआंदोलनों में शामिल हो रहे हैं।

जीरादेई विधायक अमरजीत कुशवाहा ने जेल से बाहर आने के बाद आज सिवान में गोपालगंज चौक पर उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण किया और उनके संघर्ष को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।

जनचौक से जुड़े

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments

Latest Updates

Latest

AICCTU ने ऐप कर्मियों की मांगों को लेकर चलाया हस्ताक्षर अभियान, श्रमायुक्त को दिया ज्ञापन।

दिल्ली के लाखों ऐप कर्मचारी विषम परिस्थितियों और मनमानी छटनी से जूझ रहे हैं। उन्होंने कम प्रति ऑर्डर रेट, अपर्याप्त इंसेंटिव्स, और लंबे कार्य समय के खिलाफ दिल्ली भर में हस्ताक्षर अभियान चलाया। ऐप कर्मचारी एकता यूनियन ने बेहतर शर्तों और सुरक्षा की मांग करते हुए श्रमायुक्त कार्यालय में ज्ञापन दिया।

ग्राउंड रिपोर्ट: पुंछ में केसर उत्पादन की संभावनाएं बढ़ीं

जम्मू के पुंछ जिले में किसान एजाज़ अहमद पांच वर्षों से केसर की सफल खेती कर रहे हैं, जिसे जम्मू विश्वविद्यालय ने समर्थन दिया है। सरकार से फसल सुरक्षा की मांग करते हुए, अहमद पुंछ को प्रमुख केसर उत्पादन केंद्र बनाना चाहते हैं, जबकि महिला किसानों ने भी केसर उत्पादन में रुचि दिखाई है।

ग्राउंड रिपोर्ट: बढ़ने लगी है सरकारी योजनाओं तक वंचित समुदाय की पहुंच

राजस्थान के लोयरा गांव में शिक्षा के प्रसार से सामाजिक, शैक्षिक जागरूकता बढ़ी है। अधिक नागरिक अब सरकारी योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं और अनुसूचित जनजाति के बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। यह प्रगति ग्रामीण आर्थिक कमजोरी के बावजूद हुई है, कुछ परिवार अभी भी सहायता से वंचित हैं।

Related Articles

AICCTU ने ऐप कर्मियों की मांगों को लेकर चलाया हस्ताक्षर अभियान, श्रमायुक्त को दिया ज्ञापन।

दिल्ली के लाखों ऐप कर्मचारी विषम परिस्थितियों और मनमानी छटनी से जूझ रहे हैं। उन्होंने कम प्रति ऑर्डर रेट, अपर्याप्त इंसेंटिव्स, और लंबे कार्य समय के खिलाफ दिल्ली भर में हस्ताक्षर अभियान चलाया। ऐप कर्मचारी एकता यूनियन ने बेहतर शर्तों और सुरक्षा की मांग करते हुए श्रमायुक्त कार्यालय में ज्ञापन दिया।

ग्राउंड रिपोर्ट: पुंछ में केसर उत्पादन की संभावनाएं बढ़ीं

जम्मू के पुंछ जिले में किसान एजाज़ अहमद पांच वर्षों से केसर की सफल खेती कर रहे हैं, जिसे जम्मू विश्वविद्यालय ने समर्थन दिया है। सरकार से फसल सुरक्षा की मांग करते हुए, अहमद पुंछ को प्रमुख केसर उत्पादन केंद्र बनाना चाहते हैं, जबकि महिला किसानों ने भी केसर उत्पादन में रुचि दिखाई है।

ग्राउंड रिपोर्ट: बढ़ने लगी है सरकारी योजनाओं तक वंचित समुदाय की पहुंच

राजस्थान के लोयरा गांव में शिक्षा के प्रसार से सामाजिक, शैक्षिक जागरूकता बढ़ी है। अधिक नागरिक अब सरकारी योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं और अनुसूचित जनजाति के बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। यह प्रगति ग्रामीण आर्थिक कमजोरी के बावजूद हुई है, कुछ परिवार अभी भी सहायता से वंचित हैं।