किसान संघर्ष समिति ने हरियाणा के किसान आंदोलन का किया समर्थन

Estimated read time 1 min read

हरियाणा के किसान एमएसपी की मांग को लेकर एक बार फिर आंदोलन की राह पर हैं। सरकार सूरजमुखी की खरीद एमएसपी पर नहीं कर रही है। किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक डॉ सुनीलम ने कहा कि सरकार दावा करती है कि एमएसपी थी, है और रहेगी। लेकिन हरियाणा में किसानों को सूरजमुखी को एमएसपी दर पर बेचने के लिए आंदोलन चलाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने संयुक्त किसान मोर्चा के 380 दिन तक चले किसान आंदोलन से सबक नहीं सीखा। यदि सीखा होता तो किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी और अन्य आंदोलनकारी किसानों को गिरफ्तार नहीं करती।

एक तरफ केंद्र की मोदी सरकार महिला खिलाड़ियों के यौन शोषण के आरोपी भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह को संरक्षण दे रही है। दूसरी तरफ महिला पहलवानों को डरा-धमका रही है। लेकिन संयुक्त किसान मोर्चा देश की महिला पहलवानों के साथ दृढ़ता से खड़ा है।

बैतूल बाजार से आए वरिष्ठ किसान एवं सामाजिक कार्यकर्ता डॉ राधिका वर्मा ने कहा कि किसानों को पर्यावरण और भूमि संरक्षण पर ध्यान देना चाहिए तथा सौर ऊर्जा यंत्र का उपयोग करना चाहिए। उन्होंने सरकार से सौर ऊर्जा यंत्र 90 प्रतिशत सब्सिडी पर किसानों को उपलब्ध कराने की मांग की तथा कृषि यंत्रों पर 75 प्रतिशत सब्सिडी देने की मांग की।

किसान संघर्ष समिति की बैठक में शामिल किसान नेता

किसान पंचायत को संबोधित करते हुए विभिन्न गांवों से आए किसानों ने बताया कि गांवों में शराब का कारोबार तेजी से पनप रहा है। युवा पीढ़ी नशे की आदी हो रही है। वोट बटोरने के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने महिलाओं के लिए लाडली बहना योजना की शुरुआत की है। लेकिन यह योजना भी किसान कल्याण योजना की तरह महिलाओं के लिए छलावा साबित होगी। इस योजना में जो शर्तें रखी गई है उससे कई महिलाएं वंचित रह गई है।

रेत माफियाओं द्वारा मनमाने दाम पर रेत बेची जा रही है। जिस पर रोक लगाने में सरकार नाकाम रही है। सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना में ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में भेदभावपूर्ण नीति अपनाते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में 1.25 लाख रुपये एवं शहरी क्षेत्रों में 2.65 लाख रुपये प्रदान करती है। प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि बढ़ाकर पांच लाख रुपये की करने की मांग की गई।

किसान संघर्ष समिति की बैठक

किसान नेताओं ने कहा कि ग्रामीणों को बैंक होम लोन उपलब्ध नहीं कराते। सोसायटियों में उन्नत बीज उपलब्ध कराया जाना चाहिए क्योंकि बाजार में उन्नत बीज के नाम पर किसानों से लूट बड़े पैमाने पर बीज कंपनियों द्वारा की जाती है। नकली खाद, बीज और कीटनाशक से किसानों को आर्थिक और मानसिक नुकसान हो रहा है। नकली खाद, बीज और कीटनाशक व्यापार करने वालों पर सरकार कोई कार्रवाई नहीं करती।

किसानों ने यह भी कहा कि किसानों का आर्थिक स्तर इतना नीचे गिर गया है कि उनके बेटों को कोई बेटी नहीं ब्याहता है। किसानों को अपना लागत मूल्य भी नहीं मिल पाता।

बैठक को संबोधित करते वक्ता

किसान संघर्ष समिति की 306वीं किसान पंचायत, किसान संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ सुनीलम, उपाध्यक्ष एड आराधना भार्गव एवं क्षेत्र के किसानों की उपस्थिति में वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता डॉ राधिका वर्मा की अध्यक्षता में ग्राम परमंडल में संपन्न हुई।

किसान पंचायत में किसान संघर्ष समिति के संस्थापक सदस्य स्व परसराम उमरावदे मासाब के बड़े बेटे दीपक सोनी के आकस्मिक निधन पर शोक संवेदना व्यक्त की तथा दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की।

(किसान संघर्ष समिति के प्रेस विज्ञप्ति पर आधारित।)

+ There are no comments

Add yours

You May Also Like

More From Author