पूंजीपतियों के लिए काम रहे हैं मोदी: राहुल

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अहमदाबाद। चुनाव आते ही दल बदल और रैलियों का दौर शुरू हो जाता है। गुजरात में भी कुछ ऐसा ही वातावरण हो चुका है। 31 अगस्त को दिल्ली सरकार में कैबिनेट मिनिस्टर गोपाल राय ने गुजरात यूनिट के पदाधिकारियों के साथ अहमदाबाद में चिंतन कर विधानसभा चुनाव लड़ने का शंखनाद कर दिया। एनसीपी की 8 जिला समितियों ने प्रफुल्ल पटेल से नाराज़ होकर कांग्रेस का दामन थाम लिया। कांग्रेस छोड़ने वाले गुजरात के पूर्व सीएम शंकर सिंह वाघेला ने तीसरे विकल्प के तौर पर जनविकल्प नाम से एक नया पलेटफार्म लॉन्च किया है। सोमवार को कांग्रेस पार्टी ने संवाद नाम से अहमदाबाद रिवर फ्रंट पर बड़ा सम्मलेन किया जिसमें राहुल गाँधी मुख्य वक्ता थे। इन सबके बीच वरिष्ठ पत्रकार प्रशांत दयाल ने कांग्रेस के एक बड़े नेता जिसकी दो पत्नियां हैं को टिकट का लालच देकर इश्क करने की कहानी तथा निकाह की योजना की स्टोरी ने सनसनी फैला दी है। 2007 में भी कांग्रेस के इसी नेता की सेक्स सीडी की बात आई थी जिसे दबाने के लिए पार्टी को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी। 

संवाद कार्यक्रम में राहुल गांधी का सब से पहला दर्द पाटीदारों से हुए अन्याय और अत्याचार को लेकर था। राहुल गाँधी ने माना कि बीजेपी ने पाटीदारों के साथ अन्याय किया है। हजारों कार्यकर्ताओं के बीच कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी ने जल्द ही उम्मीदवारों का नाम घोषित करने का एलान किया। साथ ही कहा कि इस बार पार्टी ज़मीनी कार्यकर्ता को ही टिकट देगी। दूसरे पक्ष से आये लोगों को टिकट नहीं दिया जायेगा। इस प्रकार की बात चुनाव आते ही कांग्रेस करती है परन्तु राहुल गाँधी ने जो नई बात कही वह यह है कि संघ के खिलाफ संघर्ष करने वाले कार्यकर्ताओं को पहले टिकट दिया जायेगा। इस बात से यह लग रहा है राहुल गाँधी खुल कर संघ की विचारधारा के खिलाफ लड़ना चाहते हैं परन्तु पार्टी नेताओं के इतिहास से लगता है यह मात्र राहुल गाँधी का सपना है।

गाँधी ने प्रधानमंत्री पर उद्योगपतियों के लिए काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार का किसानों के 36000 करोड़ कर्जे को माफ़ न करना और टाटा नैनो को 60000 करोड़ दे देना ये बताता है कि मोदीजी किसके लिए काम कर रहे हैं। मोदी जी के छ-सात मित्र देश के मुख्यधारा का मीडिया चला रहे हैं इन लोगों को मोदीजी हजारों रुपये दे रहे हैं बिना मीडिया के भी गुजरात के लोगों का दर्द देखा जा सकता है अब भी बहुत से लोग हैं जो मोदीजी के खिलाफ लिखने का सहस रखते हैं।

गाँधी ने कहा कि नोटबंदी से किसानों, छोटे व्यपारियों का बहुत नुकसान हुआ है जीडीपी भी 2% कम हुई है नोटबंदी के नाम पर झूठ फैलाया गया कि आतंकवाद की कमर टूट गई। नोटबंदी के बाद आतंकवाद बढ़ा है 99% पुराने नोट वापस आ गए। काला धन कहाँ गया। जीएसटी का विचार कांग्रेस का था। परन्तु रात को 12 बजे वाले जीएसटी और कांग्रेस के जीएसटी में बहुत अंतर है। राहुल गाँधी ने अमूल डेरी का ज़िक्र करते हुए कहा कि अमूल मॉडल जिसने गुजरात के किसानों को शक्ति दी वह मॉडल कांग्रेस का है। राहुल गाँधी ने किसानों, आदिवासियों, कपड़ा और हीरा कारीगर तथा अल्पसंख्यकों के अधिकार के लिए लड़ने की भी बात की गाँधी ने राज्य में बेरोज़गारी को बड़ी समस्या बताया उन्होंने रघुराजन द्वारा नोटबंदी की मुखालफत को सही ठहराते हुए मोदीजी पर सिर्फ अपने मन की बात करने का आरोप लगाया।

बीजेपी प्रवक्ता आई के जाडेजा ने गाँधी के दौरे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि गुजरात की जनता कांग्रेस को अच्छे से जानती है उनके इस दौरे से कोई लाभ नहीं होने वाला राहुल गाँधी जहाँ भी जाते हैं वहां कांग्रेस को पराजय का मुंह देखना पड़ता है।

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