कोई माने या न माने पर एक जागरूक नागरिक और पत्रकार होने के नाते मेरा मानना यही है कि मोदी सरकार गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रही है और सरकारी खर्चे का बड़ा हिस्सा पेट्रोलियम उत्पादों पर लगाए गए...
आजकल यूं भी जुडिशियल ऐक्टिविज्म यानि न्यायिक सक्रियता का जुमला पूरे परिदृश्य से गायब हो गया है, क्योंकि न्यायपालिका राष्ट्रवाद के नाम पर सरकार की हां में हां मिला रही है, लेकिन यह गुब्बारा वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने...
सारा विश्व कोरोना महामारी की भयंकर चपेट में है। जिंदगी और मौत की सबसे कठिन लड़ाई लड़ी जा रही है। विश्व की सारी सरकारें अपने तमाम संसाधनों के साथ इस भयंकर महामारी से मुकाबला करने में पूरी ताकत से...
संकटग्रस्त पूंजीवाद अब दुनिया के कुछ हिस्सों में फटने को तैयार है, और भारत जैसे देश में खुद को तैयार कर रहा है, जहां पूरी दुनिया में असंतोष की लहर व्याप्त है वहीं लातिन अमरीका असंतोष के ज्वालामुखी के...