Thursday, April 25, 2024

आंदोलन

तपती-झुलसाती गर्मी में आदिवासियों का पैदल मार्च, सीआरपीएफ कैंप और सड़क चौड़ीकरण का विरोध

बस्तर। बस्तर संभाग के नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ में पिछले लंबे समय से अलग-अलग जगहों में आदिवासी सीआरपीएफ कैंप और सड़क चौड़ीकरण के विरोध में आंदोलन कर रहे हैं। इस दौरान आदिवासी 12 और 13 मई को पैदल मार्च...

किसानों ने किया आंदोलन के नये कार्यक्रम का ऐलान, चुनावी राज्यों से होगी शुरुआत

नई दिल्ली। चुनाव से पहले किसान नेताओं ने एक बार फिर सरकार के खिलाफ आंदोलन छेड़ने के लिए कमर कस ली है। मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में विधानसभा चुनाव होने हैं। जिसे देखते हुए किसान नेताओं ने...

हिंदू राष्ट्र के नाम पर बहुजन समाज पर मनुवादी-पूंजीवादी गुलामी थोपने की हो रही है साजिश

बिहार। भागलपुर के नवगछिया स्थित 'आनंद निलय भवन' में 'सामाजिक न्याय आंदोलन' के बैनर तले मनुवादी-सांप्रदायिक-कॉरपोरेट फासीवाद के हमले के खिलाफ सम्मान, हिस्सेदारी और बराबरी के लिए 29 अप्रैल को बहुजन संसद आयोजित किया गया। इस अवसर पर कुरुक्षेत्र...

संवेदनहीन सरकारः जेल में बंद बेटी नताशा से मरते वक्त मिल भी नहीं सके महावीर नरवाल

पिता महावीर नरवाल की मृत्यु और बेटी नताशा की जेल बंदी एक मानवीय शर्म है। नताशा नरवाल के पिता महावीर नरवाल का जाना सिर्फ एक कोविड के कारण सामान्य मृत्यु नहीं है, बल्कि ये बेनकाब करता है कि सरकारें...

तीन कृषि कानूनः मेक्सिको से सबक ले भारत, कॉरपोरेट ने तबाह की खेती-किसानी और बढ़ गई बेरोजगारी

(शेष भाग...)मई 2018 में अमरीका ने दावा किया कि भारत 10 प्रतिशत की सब्सिडी की सीमा का उल्लंघन कर रहा है। बदनीयती से की गई इस गणना में आधार वर्ष 1986-88 की डालर कीमतों को उसी वर्ष की दर...

युवा मंच के नेताओं को जमानत मिलना जनांदोलन की जीतः एआइपीएफ

लखनऊ। रोजगार के अधिकार के लिए इलाहाबाद में आंदोलन की अगुवाई करने वाले युवा मंच के संयोजक समेत तमाम युवा और छात्र नेताओं को जमानत मिलने को आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट ने जनांदोलन की जीत बताया है। एक राजनीतिक...

तीन कृषि कानून और विदेशी बहुराष्ट्रीय कंपनियों के हित

दिल्ली की संवेदनहीन दहलीज पर किसान आंदोलन अपने 92 दिन पूरे कर चुका है। कड़ाके की ठंड और बारिश की मार झेलते बार्डरों पर मोर्चा लिए हुए किसान अपने अस्तित्व को बचाने की आखिरी लड़ाई लड़ रहे हैं। 26...

यूपी: 4 साल से दाम नहीं बढ़े, ऊपर से बकाये की मार गन्ना किसानों पर पड़ रही है भारी

बस्ती जिले (उत्तर प्रदेश) के अंतर्गत आने वाले हरैया तहसील के पिपरकाजी गांव के रहने वाले 55 वर्षीय किसान राम इंदर जी को उम्मीद थी कि इस साल तो कम से कम योगी सरकार गन्ने का रेट बढ़ाएगी, लेकिन...

आंदोलनजीवियों ने ही देश को गुलामी से दिलाई थी मुक्ति

किसान आंदोलन 2020 की, सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि, इसने धर्म केंद्रित राजनीति जो 2014 के बाद, जानबूझ कर जनता से जुड़े मुद्दों से भटका कर, सत्तारूढ़ दल भाजपा और संघ तथा उसके थिंक टैंक द्वारा की जा...

महज चुनाव में वोट देने भर से नहीं, आंदोलनों से जिंदा रहता है लोकतंत्र

प्रधानमंत्री ने आंदोलन करने वाले किसान नेताओं को आंदोलनजीवी कहा है। उनका मानना है कि आंदोलन करना कुछ लोगों का धंधा है। यह बयान उनकी नासमझी दर्शाता है। असल में इंसानी समाज आंदोलन से ही आगे बढ़ा है। रोम...

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स्वागत न्यू इंडिया: जहां अम्बेडकर की रचनाओं का सार्वजनिक अध्ययन ‘अशांति फैला सकता है’

किस तरह एक केन्द्रीय विश्वविद्यालय को डॉ अम्बेडकर को अपमाानित करने दिया जा रहा है और चौतरफा खामोशी का...