Tag: कोरोना महामारी

  • कोरोना सुनवाई पर बदला नजर आया सुप्रीम कोर्ट, केंद्र से अप्रिय सवाल भी पूछे

    कोरोना सुनवाई पर बदला नजर आया सुप्रीम कोर्ट, केंद्र से अप्रिय सवाल भी पूछे

    उच्चतम न्यायालय में आज पहली बार नये चीफ जस्टिस एनवी रमना के नेतृत्व में मामलों की विभिन्न पीठों ने सुनवाई की और पीठों के तेवर से लगा कि पिछले चार चीफ जस्टिसों, जस्टिस जगदीश सिंह खेहर, जस्टिस दीपक मिश्रा, जस्टिस रंजन गोगोई और जस्टिस एसए बोबडे के कार्यकाल की छाया से उच्चतम न्यायालय बाहर निकलने…

  • लोकतंत्र के ‘असली हत्यारे’ के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो!

    लोकतंत्र के ‘असली हत्यारे’ के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो!

    मद्रास हाई कोर्ट ने कोरोना महामारी के महासंकट के लिए चुनाव आयोग को जिम्मेदार ठहराते हुए उसके अधिकारियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की तीखी टिप्पणी की है, जिससे देश में एक नई बहस शुरू हो गई है और अब उन लोगों को भी  स्थिति की गंभीरता का एहसास होने लगा है जो…

  • मोदी के गुजरात में भी ऑक्सीजन की किल्लत, कई मरीजों की गई जान

    मोदी के गुजरात में भी ऑक्सीजन की किल्लत, कई मरीजों की गई जान

    अहमदाबाद। सऊदी अरब का भेजा हुआ 80 मीट्रिक टन ऑक्सीजन भले ही गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर उतर गया हो, लेकिन अहमदाबाद सहित अन्य गुजरात के सभी शहरों में ऑक्सीजन गैस पाने की लाइन में कोई कमी नहीं आई है। ऑक्सीजन रिफिलिंग करने वाली ललन एयर प्रोडक्ट कंपनी जो अहमदाबाद के कठवाड़ा गीडक में स्थित…

  • दुनिया भर में बज रहा है कोरोना को लेकर मोदी सरकार की असफलता का डंका!

    दुनिया भर में बज रहा है कोरोना को लेकर मोदी सरकार की असफलता का डंका!

    भारत में आत्ममुग्ध मोदी सरकार भी आत्मप्रशंसा की गंभीर बीमारी से ग्रस्त है और अब तक का रिकार्ड रहा है कि मोदी सरकार ने सत्ता के सारे संसाधन अपनी नाकामियों पर पर्दा डालने के लिए झोंक दिए हैं। बीते सात सालों की उपलब्धियों में मोदी सरकार के पास अगर कुछ है, तो वो हैं हर…

  • यूपीः पत्नी ने पति को मुंह से ऑक्सीजन देने की कोशिश की फिर भी नहीं बची जान

    यूपीः पत्नी ने पति को मुंह से ऑक्सीजन देने की कोशिश की फिर भी नहीं बची जान

    आगरा शहर के आवास विकास सेक्टर सात की रहने वाली रेणु सिंघल अपने पति रवि सिंघल (47) को सांस लेने में दिक्कत के चलते सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल लेकर आईं, जहां डॉक्टरों ने रवि को मृत घोषित कर दिया। उनके पति को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी और उन्हें बचाने की…

  • कोरोना से मौतें रोकने में सरकार की विफलताओं के खिलाफ भाकपा-माले का प्रदर्शन

    कोरोना से मौतें रोकने में सरकार की विफलताओं के खिलाफ भाकपा-माले का प्रदर्शन

    लखनऊ। भाकपा-माले ने कोरोना से मौतें रोकने में सरकार की विफलताओं के विरोध में रविवार को राज्यव्यापी वर्चुअल प्रतिवाद किया। यह प्रतिवाद दोपहर बारह से एक बजे के बीच घरों, पार्टी कार्यालयों व कार्यस्थलों से कोविड नियमों का पालन करते हुए किया गया। प्रतिवादकर्ता हाथों में नारे और मांगें लिखी तख्तियां लिये थे। उन्होंने इसकी…

  • कोरोना की दूसरी लहर पर प्रधानमंत्री की पहली मन की बात

    कोरोना की दूसरी लहर पर प्रधानमंत्री की पहली मन की बात

    अंततः प्रधानमंत्री जी ने कोविड-19 की विनाशकारी दूसरी लहर के विषय में राष्ट्र को संबोधित किया। निश्चित ही बंगाल और अन्य राज्यों के बेपरवाह और लापरवाह स्टार प्रचारक को देश के प्रधानमंत्री की सधी हुई भूमिका में प्रवेश करने में दिक्कत हुई होगी। यह कुछ-कुछ वैसा ही था जैसे टी-20 की उच्छृंखलता का आनंद ले…

  • ऑक्सीजन की दिक्कत बरकरार, दो और अस्पताल पहुंचे दिल्ली हाई कोर्ट

    ऑक्सीजन की दिक्कत बरकरार, दो और अस्पताल पहुंचे दिल्ली हाई कोर्ट

    क्या विडंबना है कि ऑक्सीजन की आपूर्ति करवाने के लिए राजधानी दिल्ली के अस्पतालों को दिल्ली हाई कोर्ट जाना पड़ रहा है। राष्ट्रीय राजधानी में कल दो और निजी अस्पताल ब्रैम हेल्थ केयर लिमिटेड और बत्रा अस्पताल और मेडिकल रिसर्च सेंटर ऑक्सीजन के लिए दिल्ली हाई कोर्ट के पास पहुंचे। मामले की गंभीरता को देखते…

  • ये बेलगाम मौतें सिर्फ त्रासदी नहीं, एक स्वतंत्र-राष्ट्र की विफलता का खूनी स्मारक भी हैं

    ये बेलगाम मौतें सिर्फ त्रासदी नहीं, एक स्वतंत्र-राष्ट्र की विफलता का खूनी स्मारक भी हैं

    हमारे मुल्क में इतिहास से ज्यादा मिथकों की रचना होती रही है। लंबे समय तक हमारा इतिहास बाहर के लोग लिखते रहे। अब हमारा भविष्य़ और नियति हमारे यहां के मुट्ठी भर लोग तय करते हैं, इसीलिए वे अपनी बैठकें भी गोपनीय रखते हैं। महामारी पर बैठक में भी गोपनीयता चाहिए। यह सब इसलिए हो…

  • भेड़ियों की गश्त के बीच गिद्दों के महाभोज का समारोह!

    भेड़ियों की गश्त के बीच गिद्दों के महाभोज का समारोह!

    कल शाम के प्रज्ञा शून्य भाषण और इन दिनों सारे कानूनों, परम्पराओं, संवेदनाओं और मानवता को ठेंगा दिखाकर की जा रही आपराधिक बेहूदगियों को देखकर दो घटनायें याद आईं। पहली, सितंबर 2008 की है। दिल्ली में हुए बम धमाकों के बाद तब के गृह मंत्री शिवराज पाटिल जब शनिवार रात में प्रेस से बातचीत करने…