राष्ट्रवाद के साथ धर्म भी बन गया है धूर्तों के चेहरे का मुखौटा!
जिस किसी ने भी कहा था कि राष्ट्रवाद धूर्तों की आख़िरी पनाहगाह है, उसे उस दूसरी चोर गुफा का अंदाजा नहीं रहा होगा, जिसे धर्म, [more…]
जिस किसी ने भी कहा था कि राष्ट्रवाद धूर्तों की आख़िरी पनाहगाह है, उसे उस दूसरी चोर गुफा का अंदाजा नहीं रहा होगा, जिसे धर्म, [more…]
हमके साड़ी लियाय दा मदनपुरी पिया,रंग रहे कपूरी पिया ना ये कजरी लगभग हर उस व्यक्ति ने सुनी होगी, जिसकी संगिनी ने उससे हठ किया [more…]