धर्मों के आधार पर अगर राष्ट्र बनते तो यूरोप ईसाई और अरब मुस्लिम राष्ट्र होते!
भारत का विभाजन दक्षिण एशिया के लिए एक बड़ी त्रासदी था। विभाजन के पीछे मुख्यतः तीन कारक थे– पहला, ब्रिटिश सरकार की फूट डालो और [more…]
भारत का विभाजन दक्षिण एशिया के लिए एक बड़ी त्रासदी था। विभाजन के पीछे मुख्यतः तीन कारक थे– पहला, ब्रिटिश सरकार की फूट डालो और [more…]
डॉ. भीमराव आंबेडकर भारत के उन नेताओं में अग्रणी रहे, जिन्होंने देश के नव-निर्माण को नई दिशा दी। जोतीराव फुले द्वारा शूद्रों-अतिशूद्रों के प्रबोधीकरण के [more…]