Friday, March 29, 2024

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बस्तर का बहिष्कृत भारत-3: धर्मान्तरण बनाम घर वापसी

छत्तीसगढ़ के दक्षिण में स्थित बस्तर संभाग में आज “धर्मान्तरण बनाम घर वापसी” का मुद्दा काफी गरमाया हुआ है। देश भर के हिंदू संगठनों का मानना है कि बड़ी संख्या में दलित, आदिवासी, गरीब और दूर-दराज इलाकों में रहने...

आदिवासियों के साथ एकजुट हुए किसान, देश भर में मनेगा हूल दिवस

अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा की केंद्रीय कार्यकारिणी ने संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा 30 जून को “हूल क्रांति” दिवस मनाये जाने का स्वागत करते हुए अपनी सभी इकाइयों को जन गोलबंदी के साथ इसे मनाने का निर्देश दिया है। यह कार्यक्रम बड़े पैमाने...

केंद्रीय बजट में की गयी हाशिये के तबकों की अनदेखी: बलराम

आज 4 फरवरी दलित व आदिवसी समुदाय के लिए केंद्रीय बजट में क्या कुछ है, इन मुद्दों को लेकर दलित आर्थिक अधिकार आंदोलन-राष्ट्रीय दलित मानवाधिकार अभियान के द्वारा संयुक्त रूप से भोजन के अधिकार अभियान कार्यालय, रांची में प्रेस...

आदिवासी यथार्थ कथा: 58 वर्षीय मां को इंटरव्यू बोर्ड के सामने भेजकर फूट पड़ी एक बेटी की पीड़ा

2021 की आज की तारीख (18 जनवरी 2021) में एक घटना घट रही है। आदिवासी विमर्श के पैरोकारों, हाशिये के समाज के लिए आंदोलनरत लोगों, बहुजन की परिकल्पना को लेकर बढ़ने वाले लोगों, वामपंथी कहलाने वाले लोगों और मूलनिवासी...

झारखंड: सीआरपीएफ कैंप के निर्माण के खिलाफ आदिवासियों का प्रदर्शन, कहा- स्कूल और अस्पताल चाहिए

गिरिडीह जिला के पारसनाथ पहाड़ को सरकार और झारखंड पुलिस भाकपा (माओवादी) के छापामारों का शरणस्थली समझती है, इसलिए इसे चारों तरफ से घेरने के लिए कई सीआरपीएफ कैंप के निर्माण की घोषणा हुई है और इसके लिए जमीन...

छत्तीसगढ़ः चार आदिवासी पुलिस हिरासत के बाद से लापता, पूरा क्षेत्र छावनी में हुआ तब्दील

छत्तीसगढ़ में चार किसान पुलिस हिरासत के बाद से लापता हैं। न तो उन्हें मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया है और न ही परिवार को ही कोई सूचना दी गई है। घटना बस्तर अंचल में नारायणपुर जिले...

दुगली कांड पर जांच रिपोर्ट: आगजनी, सामाजिक बहिष्कार और न्याय का अंतहीन इंतजार

धमतरी जिले के नगरी विकास खंड के दुगली ग्राम पंचायत के आश्रित ग्राम बिरनपुर में 13 अक्तूबर, 2020 को की गई आगजनी में 20 नहीं, 35 घर जलाए गए हैं। इस हमले का नेतृत्व कांग्रेस नेता शंकर नेताम कर...

क्या मौजूदा दौर दलित राजनीति का स्वर्णिम युग है?

हाल में एक साक्षात्कार में चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण ने कहा है कि वर्तमान दलित राजनीति का स्वर्णिम काल है। वैसे आज अगर दलित राजनीति की दशा और दिशा देखी जाए तो यह कहीं से भी उसका स्वर्णिम काल...

हीरा सिंहः गोंडवाना सांस्कृतिक, सामाजिक एवं राजनीतिक आंदोलन के युग का अंत

रायपुर। गोंडवाना सांस्कृतिक, सामाजिक  एवं राजनीतिक आंदोलन के एक महान युग का अंत हो गया है। गोंडवाना आंदोलन को गांव और शहर ही नहीं देश की राजधानी दिल्ली तक पहुंचा कर सरकार को गोंडवाना आंदोलन की ताकत और एकता...

राम और रावण: दो चरित्र और उन्हें देखने का दो नजरिया

(भारतीय इतिहास, परंपरा और उसकी संस्कृति में बहुत सारी चीजें विवादित रही हैं। उनमें सर्वाधिक विवाद उसकी पौराणिक कथाओं को लेकर रहा है। क्योंकि न तो उनका कोई साक्ष्य मिलता है और न ही तथ्यों की कसौटी पर वे...

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बहुसंख्यकवादी नैरेटिव को टेका लगाती फिल्में: स्वातंत्र्यवीर सावरकर

फिल्म जनसंचार का एक शक्तिशाली माध्यम है जो सामाजिक समझ को कई तरह से प्रभावित करता है। कई दशकों...