Saturday, April 27, 2024

Anti-Women

औरतों की मुक्ति और गुलामी के बीच हिमालय की तरह पैर अड़ाकर खड़ी है दिमागी गुलामी

वर्तमान भारतीय समाज दुखों के समुद्र में डूबा हुआ है। मजदूरों का न कोई गांव है न शहर, किसानों की खेती ही उनकी मौत का सबब बन गई है, आदिवासियों के जंगल उनके लिए तबाही की वजह बन चुके...

असमानता के पहाड़ तले दब जाती है उत्तराखंड की महिलाओं की हाड़तोड़ मेहनत

हल्द्वानी, उत्तराखंड। 'लड़की हो दायरे में रहो' यह वाक्य अक्सर हर घर में सुनने को मिलता है, जो लैंगिक असमानता का सबसे ज्वलंत उदाहरण है। विश्व आर्थिक मंच द्वारा 20 जून 2023 को जारी 'वैश्विक लैंगिक अंतराल रिपोर्ट' में...

अराजकता बढ़ाते कानून और संरचनात्मक सांप्रदायिक हिंसा

(पिछले अंक से जारी)उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी धर्मांतरण निषेध अध्यादेश निम्न कारणों से सवालों के घेरे में हैं:अस्पष्ट परिभाषाएं जिनके चलते किसी को भी दोषी घोषित करना आसानउत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अध्यादेश, 2020 ‘दुर्व्यपदेशन, बल,...

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ग्राउंड रिपोर्ट: किसानों की जरूरत और पराली संकट का समाधान

मुजफ्फरपुर। “हम लोग बहुत मजबूर हैं, समयानुसार खेतों की जुताई-बुआई करनी पड़ती है। खेतों में सिंचाई तो स्वयं कर...