Estimated read time 2 min read
राजनीति

औरतों की मुक्ति और गुलामी के बीच हिमालय की तरह पैर अड़ाकर खड़ी है दिमागी गुलामी

0 comments

वर्तमान भारतीय समाज दुखों के समुद्र में डूबा हुआ है। मजदूरों का न कोई गांव है न शहर, किसानों की खेती ही उनकी मौत का [more…]

Estimated read time 1 min read
ज़रूरी ख़बर

असमानता के पहाड़ तले दब जाती है उत्तराखंड की महिलाओं की हाड़तोड़ मेहनत

0 comments

हल्द्वानी, उत्तराखंड। ‘लड़की हो दायरे में रहो’ यह वाक्य अक्सर हर घर में सुनने को मिलता है, जो लैंगिक असमानता का सबसे ज्वलंत उदाहरण है। [more…]

Estimated read time 1 min read
बीच बहस

अराजकता बढ़ाते कानून और संरचनात्मक सांप्रदायिक हिंसा

0 comments

(पिछले अंक से जारी)उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी धर्मांतरण निषेध अध्यादेश निम्न कारणों से सवालों के घेरे में हैं:अस्पष्ट परिभाषाएं जिनके चलते किसी को भी [more…]