पुस्तक समीक्षा: बाबा पोते के बालमन की गुनगुनाहट है ‘वासुनामा’ 

साहित्य कला और संस्कृति के क्षेत्र में बहुमुखी प्रतिभा के बहुत से लोग हुए और उनके काम को यश भी…

फासीवाद को सबसे बड़ा खतरा कला से लगता है: मयंक सक्सेना

(कवि, पटकथा लेखक, पत्रकार और एक्टिविस्ट मयंक सक्सेना का आज निधन हो गया। उन्हें अस्थमा की बीमारी थी। इस बीच…

जश्न और जुलूसों के नाम थी आज़ादी की वह सुबह

देश की आज़ादी लाखों-लाख लोगों की कु़र्बानियों का नतीज़ा है। जिसमें लेखक, कलाकारों और संस्कृतिकर्मियों ने भी अपनी बड़ी भूमिका…

अखिल भारतीय सांस्कृतिक अभियान ने की भीमा कोरेगांव मामले में बंद बुद्धिजीवियों और एक्टिविस्टों की रिहाई की मांग

अखिल भारतीय सांस्कृतिक अभियान ने भीमा कोरेगांव मामले में फर्जी तरीके से फँसाये गए 13 बुद्धिजीवियों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की…

लोकतंत्र का प्रहरी बन गया है डॉ. रत्नाकर का कैनवास

जैसे-जैसे डा. रत्नाकर लाल की पुरानी-नई कलाकिृयां मेरी नज़रों से गुज़रती जाती हैं वैसे-वैसे कला को समझने में बिल्कुल ही…

थम गईं उंगलियां तो बेजान हो जाएंगी कठपुतलियां!

वाराणसी। वृद्ध इमरती की उंगलियों में कठपुतलियों की जान बसती है। 72 साल के इमरती जब अपनी उंगलियों को नचाते…

फिल्म इंडस्ट्री के बड़े-बड़े धुरंधर किसान आंदोलन पर चुप हैं: नसीरुद्दीन शाह

(नसीरुद्दीन शाह। भारत के जीवित कलाकारों में सबसे बड़ा नाम। इनकी समझदारी भरी संवेदनशीलता हमें अक्सर रास्ता दिखाती आई है।…

गुवाहाटी: जेल में बंद एक्टिविस्ट अखिल गोगोई की वाल पेंटिंग बनाने पर 4 कलाकार गिरफ्तार

असम के जाने माने आरटीआई कार्यकर्ता और मुक्ति संग्राम समिति के नेता अखिल गोगोई की वाल पेंटिंग बनाने पर गुवाहाटी…

पुस्तक समीक्षा: झूठ की ज़ुबान पर बैठे दमनकारी तंत्र की अंतर्कथा

“मैं यहां महज़ कहानी पढ़ने नहीं आया था। इस शहर ने एक बेहतरीन कलाकार और प्रतिभाशाली रचनाकार को निगल लिया…

हबीब तनवीर की पुण्यतिथि पर विशेष: सबसे हबीब

भारतीय रंगमंच की कोई भी चर्चा हबीब तनवीर के बिना अधूरी ही रहेगी, हबीब तनवीर पर चर्चा का मतलब रंगमंच…