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  • विधानसभा चुनाव: सेमिफाइनल की हैसियत रखने वाले पांच राज्यों के चुनावों की क्या है दिशा

    विधानसभा चुनाव: सेमिफाइनल की हैसियत रखने वाले पांच राज्यों के चुनावों की क्या है दिशा

    पांच राज्यों में 10 फरवरी से 7 मार्च 2022 तक होने वाले विधानसभा चुनावों का सत्ता की राजनीति और विचारधारा की राजनीति दोनों पर प्रभाव पड़ना स्वाभाविक है। राजनीतिक पार्टियों, जनसंचार माध्यमों और नागरिक विमर्श में इन चुनावों के सत्ता की राजनीति पर पड़ने वाले प्रभावों की चर्चा ही ज्यादा हो रही है। नवउदारवादी आर्थिक…

  • लोकसभा चुनाव तक हर विधानसभा चुनाव में भाजपा-कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला 

    लोकसभा चुनाव तक हर विधानसभा चुनाव में भाजपा-कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला 

    इस समय पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव हो रहे हैं। इन चुनावों से लेकर 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव तक जितने भी राज्यों में विधानसभा का चुनाव होना है, उनमें से एक उत्तर प्रदेश को छोड़ कर बाकी सभी राज्यों में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला होना है। इनमें…

  • देवरिया की बंद चीनी मिलों की दास्तान: चिमनियों के धुएं के साथ गायब हो गई जिले की रौनक

    देवरिया की बंद चीनी मिलों की दास्तान: चिमनियों के धुएं के साथ गायब हो गई जिले की रौनक

    गौरीबाजार (देवरिया)। कभी यहां की चिमनियों से हर पल धुआं निकलता रहता था। चहल-पहल के बीच सायरन की आवाज कस्बे के लोगों के लिए किसी टाइम मशीन से कम नहीं थी। ये रौनक अब गायब हो चुकी है। विशाल परिसर व इनकी चहारदिवारियां इसके गुजरे वक्त की बुलंदियों का बस एहसास करा रही हैं। इन…

  • यूपी विधानसभा चुनाव: पार्टियों ने खोल दिया है वादों का पिटारा

    यूपी विधानसभा चुनाव: पार्टियों ने खोल दिया है वादों का पिटारा

    विधानसभाओं के लिए चुनाव प्रचार जोरों पर है, हालांकि, सभी की निगाहें यूपी-राज्य विधानसभा चुनाव पर हैं। उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है। यह राज्य लोकसभा में 80 और राज्यसभा में 31 सदस्यों को भेजकर संसदीय प्रतिनिधित्व में महत्वपूर्ण योगदान देता रहा है, इसलिए, यूपी-राज्य विधानसभा चुनाव के परिणाम का…

  • ग्राउंड रिपोर्ट: सिराथू और केशव के संगम में विकास की गंगा बन गयी सरस्वती

    ग्राउंड रिपोर्ट: सिराथू और केशव के संगम में विकास की गंगा बन गयी सरस्वती

    सिराथू (कौशांबी)। मैं सिराथू विधानसभा क्षेत्र का जायजा लेने निकला। प्रयागराज से 60 किमी दूर स्थित यह क्षेत्र यूपी के मौजूदा उपमुख्यमंत्री के प्रतिनिधित्व के कारण ही चर्चित नहीं है। अपने दौर में देश के कद्दावर नेता रहे और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत हेमवती नंदन बहुगुणा एक समय में यहां का प्रतिनिधित्व कर चुके…

  • आगरा जिले की 9 विधानसभा सीटों की चीर-फाड़

    आगरा जिले की 9 विधानसभा सीटों की चीर-फाड़

    आगरा जिले में 9 विधानसभा सीटें हैं। आगरा कैंट, आगरा (नार्थ) उत्तर, आगरा (साउथ) दक्षिणी, आगरा ग्रामीण, बाह, एत्मादपुर, फतेहाबाद, फतेहपुरी सीकरी और खेरागढ़। इसमें आगरा कैंट और आगरा ग्रामीण अनुसूचित जाति के लिये आरक्षित सीट है। ताजनगरी आगरा पर्यटन के अलावा चमड़ा उद्योग और पेठों के लिये भी जाना जाता है। जीएसटी और बीफ…

  • यूपी चुनाव में जो दांव पर लगा है

    यूपी चुनाव में जो दांव पर लगा है

    यह कहावत बहुचर्चित है कि दिल्ली का रास्ता लखनऊ से होकर जाता है। यानी अक्सर यह होता है कि जो पार्टी/ गठबंधन उत्तर प्रदेश में विजयी होता है, वही दिल्ली यानी राष्ट्रीय स्तर पर भी राज करता है। हालांकि इस कथन के अपवाद भी मौजूद हैं, लेकिन इस बात से कोई इनकार नहीं करता कि…

  • डिप्टी सीएम केशव प्रसाद को अपने ही क्षेत्र से उल्टे पांव भागना पड़ा

    डिप्टी सीएम केशव प्रसाद को अपने ही क्षेत्र से उल्टे पांव भागना पड़ा

    उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य सिराथू की विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। जिसके बाद वह शनिवार को सिराथू के गुलामीपुर पहुंचे थे। जहां महिलाओं ने उनका जमकर विरोध किया। इतना ही नहीं महिलाओं ने उनके मुंह पर दरवाजा तक बंद कर दिया।  इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर…

  • विशेष चुनाव रिपोर्ट: मथुरा में दिख रहा है सरकार के खिलाफ गुस्सा

    विशेष चुनाव रिपोर्ट: मथुरा में दिख रहा है सरकार के खिलाफ गुस्सा

    पहले चरण में उत्तर प्रदेश के जिन 11 जिलों में चुनाव होना है उनमें मथुरा भी है। मथुरा जिला की पांच विधानसभा सीटें छाता, मांट, गोवर्धन, मथुरा और बलदेव हैं। मथुरा संवेदनशील क्षेत्र है। संवेदनशील इस मायने में कि अयोध्या राम मंदिर मुद्दा खत्म होने के बाद आरएसएस भाजपा ने अपने सांप्रदायिक एजेंडे को आगे…

  • जनता की गाढ़ी कमाई के अरबों स्वाहा,विधानसभा की बैठक मात्र 17 दिन

    जनता की गाढ़ी कमाई के अरबों स्वाहा,विधानसभा की बैठक मात्र 17 दिन

    क्या आप जानते हैं कि करोड़ों खर्च करके विधानसभा चुनाव होते हैं और चुने हुए विधायकों और मंत्रियों पर प्रतिवर्ष अरबों रुपए खर्च होते हैं, लेकिन इन विधानसभाओं को जन समस्याओं पर चर्चा के लिए समय नहीं मिलता, क्योंकि सरकारें कम से कम बहस चाहती हैं। इसलिए विधानसभा और विधान परिषद का सत्र ही कम…