Thursday, April 25, 2024

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खट्टर सरकार ने दिया बलात्कारी बाबा गुरमीत को पैरोल

हरियाणा की खट्टर सरकार ने हत्या और दुष्कर्म के अपराधी गुरमीत राम रहीम के प्रति अपना प्यार दिखाते हुए उसे एक दिन के पैरोल पर जेल से बाहर जाने की अनुमति दी। इतना ही नहीं उसके लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था...

सवाल एक बाबा का नहीं, मौत के मुहाने पर खड़ी लाखों जिंदगियों का है!

कोरोना काल के दौरान जारी लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों की मौत के मुआवजे पर केंद्र सरकार ने कहा कि हमारे पास आंकड़े नहीं हैं तो मुआवजा कैसे दें। बात सही भी है। मजदूर विरोधी किसी सरकार के पास मजदूरों...

कोरोना के सामने खुद ही बीमार साबित हो गईं भारत की स्वास्थ्य सेवाएं

भारत में कोरोना महामारी से निबटने के लिए आज से पांच महीने पहले जब देशव्यापी लॉकडाउन लागू किया गया था, तब देश में कोरोना से संक्रमण के करीब 450 मामले थे और महज 18 लोगों की मौत हुई थी।...

द्विज बौद्धिकों के मुकाबले हैनी बाबू और साई बाबा ने चुकाई है कुछ ज्यादा कीमत

दिल्ली यूनिवर्सिटी में अंग्रेजी के अध्यापक हैनी बाबू मुसलीयारवेटिल थारायिल (हैनी बाबू, 54 वर्ष) को नेशनल इन्विस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने गिरफ्तार कर लिया है। एनआईए ने कहा है कि उन्हें भी भीमा-कोरेगांव मामले में गिरफ्तार किया गया है। इस...

टोना-टोटका और अंधविश्वास नहीं वैज्ञानिक प्रामाणिकता है बीमारियों के इलाज का पैमाना

1991 के बसंत में कनाडा की मैकमास्टर युनिवर्सिटी के डाक्टर जार्डन गुयात ने ‘साक्ष्य आधारित चिकित्सा’ (एविडेंस बेस्ड मेडिसिन) पारिभाषिक पद गढ़ा था। सरल शब्दों में इसका अर्थ होता है- मरीजों के इलाज के बारे में उस समय तक...

फर्जी बाबाओं और उनके आश्रमों में जारी कदाचार पर सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट

फर्जी बाबाओं के मामले में दाखिल याचिका पर उच्चतम न्यायालय ने सुनवाई के लिए सहमति देते हुए कहा कि देखते हैं कि क्या किया जा सकता है, इससे सबका नाम खराब होता है। याचिका में कहा गया है कि...

जन्मदिवस पर विशेष: पूरा देश बाबा नागार्जुन का घर था

राहुल सांकृत्यायन अथक यायावर हुए हैं। उनके बाद 'बाबा' को यह खिताब अथवा दर्जा हासिल हुआ। फिर किसी को नहीं। बाबा यानी वैद्यनाथ मिश्र विद्यार्थी वैदेह यात्री नागार्जुन बाबा! जनवादी-प्रगतिशील हिंदी और मैथिली कविता के अप्रतिम हस्ताक्षर। जिनका साहित्य...

कारोबार के मामले में कॉरपोरेट को भी मात देते दिख रहे हैं भारत के कई बाबा

हमारे देश का इतिहास रहा है कि समाज में फैली गंदगी को दूर करने तथा भटके लोगों को सही रास्ता दिखाने के लिए जुनूनी लोग समाजसुधारक, सन्यासी, बाबा और आध्यात्मिक गुरु बने। चाहे महर्षि दयानंद हों, ज्योतिबा फुले हों, महावीर स्वामी हों,...

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बेहद कमजोर जमीन पर खड़ी भाजपा की ताक़त

जब नरेंद्र मोदी ने 400 पार का नारा दिया था, तो इसके पीछे दो बड़ी वजहें थीं, एक तो...