दलित: मौत के बाद भी अपमान का अन्त नहीं !
क्या कोई जानता है 21 वीं सदी की शुरुआत में चकवारा के दलितों के एक अहम संघर्ष को। याद है जयपुर से बमुश्किल पचास किलोमीटर [more…]
क्या कोई जानता है 21 वीं सदी की शुरुआत में चकवारा के दलितों के एक अहम संघर्ष को। याद है जयपुर से बमुश्किल पचास किलोमीटर [more…]
वास्तव में यह व्यवस्था सड़ चुकी है, जिसमें इंसानियत व मानवता के लिए कोई जगह नहीं है। जिंदा आदमी तो दूर, यहाँ लाश को भी [more…]