बस्तर। बस्तर में आदिवासियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। सिलगेर, एड्समेटा के बाद अब नारायणपुर जिले के आदिवासियों ने अबूझमाड़ इलाके में धरना प्रदर्शन किया है। इस विरोध प्रदर्शन के तहत नया पुलिस कैंप खोलने के...
विगत 21 नवंबर 2021 को गिरिडीह जिले के पारसनाथ पहाड़ की तराई में बसे मोहनपुर गांव में सीआरपीएफ कैम्प खोलने की तैयारी का ग्रामीणों ने अपने पारंपरिक हथियार तीर-धनुष व लाठी-डंडों से लैश बाजे-गाजे के साथ पुरजोर विरोध किया...
जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में ग्रामीण पुलिस कैंप का लगातार विरोध कर रहे हैं। एक तरफ सिलगेर में पुलिस कैंप का विरोध थमा भी नहीं था कि अब अंदरूनी इलाके पुसनार और बुर्जी के ग्रामीण सुरक्षाबलों के कैंप...
‘गांव में सीआरपीएफ कैम्प बनने से गांव के लोगों व आदिवासी धर्म-संस्कृति की शांति भंग होती है, इसलिए हम गांव में सीआरपीएफ कैम्प नहीं बनने देंगे।’- यह कहना है झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिला के नोवामुंडी प्रखंड के जेटेया...
फरीदाबाद। अरावली जोन में खोरी-लकड़पुर में करीब दस लाख (10 हजार मकान) को उजाड़ने से अब कोई चमत्कार ही बचा सकता है। सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार 17 जनवरी को एक याचिका दायर कर एमसीएफ का प्रस्तावित अतिक्रमण विरोधी अभियान...
बस्तर। बीजापुर और सुकमा जिले के मध्य बसे गांव सिलंगेर में नव स्थापित सीआरपीएफ कैंप के खिलाफ आदिवासियों के विरोध के 23वें दिन में प्रवेश करने के बाद, जन प्रतिनिधियों की नौ सदस्यीय मध्यस्थता सह जांच समिति आंदोलनरत आदिवासियों...
झारखंड में महागठबंधन (झामुमो, कांग्रेस व राजद) की सरकार है और मुख्यमंत्री हैं झामुमो के हेमंत सोरेन। इस सरकार के एक साल पूरे हो चुके हैं, लेकिन एक आदिवासी मुख्यमंत्री के शासनकाल में भी आदिवासियों पर सीआरपीएफ का जुल्म...
गिरिडीह जिला के पारसनाथ पहाड़ को सरकार और झारखंड पुलिस भाकपा (माओवादी) के छापामारों का शरणस्थली समझती है, इसलिए इसे चारों तरफ से घेरने के लिए कई सीआरपीएफ कैंप के निर्माण की घोषणा हुई है और इसके लिए जमीन...
पटना। बिहार विधान सभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान तीन नवंबर को होगा। इस दिन राज्य के 94 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। खास बात यह है कि इनमें से 33 सीटों पर जीत की गणित को...
बस्तर। बस्तर संभाग के बीजापुर जिले के गंगालूर क्षेत्र के आदिवासी एक बार फिर नए सुरक्षा बल कैंप की स्थापना के विरोध में सड़कों पर उतर आए हैं। विरोध-प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों की सुरक्षा बल के जवानों के साथ...