Wednesday, June 7, 2023

climate

बड़ी अपेक्षाएं हैं ग्लासगोव जलवायु सम्मेलन से

बड़ी अपेक्षाओं के साथ ब्रिटेन (स्कॉटलैंड) के ग्लासगो शहर में जलवायु परिवर्तन पर वैश्विक सम्मेलन सीओपी 26 शुरू हो गया है। यह सम्मेलन पहले के कई सम्मेलनों से इस मामले में अलग है कि इसमें किसी राजनीतिक मसले पर...

बचाने से ज्यादा पर्यावरण को उजाड़ने का काम करती हैं सरकारें

अक्सर हमारे देश में पर्यावरण बचाने और प्रदूषण से मुक्ति के लिए वृहद वृक्षारोपण का नाटक करने में,नदियों को प्रदूषणमुक्त करने में अरबों-खरबों रुपयों का वारा-न्यारा कर दिया जाता है। जबकि वास्तविकता यह है कि उसमें होता कुछ नहीं...

जंगलों और पारिस्थितिकी के लिए खतरे की घंटी है वन संरक्षण कानून 1980 में प्रस्तावित संशोधन

हाल ही में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा वन संरक्षण अधिनियम 1980 में प्रस्तावित संशोधनों को लेकर प्रकाशित मसौदा दस्तावेज पर हिमाचल प्रदेश के विभिन्न पर्यावरणवादियों और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने अपनी आपत्तियां जाहिर की हैं।...

ख़ास रिपोर्ट: एक साल में तीन-तीन आपदाओं से लकवाग्रस्त हो गया है उत्तराखंड

16 अक्टूबर को उत्तराखंड में अच्छी धूप खिली हुई थी और मौसम बेहद सुहावना था। इस साल मानसून लंबा चला था और राज्य में सूरज ने काफी लंबे अर्से से आँख-मिचौली खेलने के बाद अब खुलकर अपने दर्शन दिए...

कहर साबित हुई उत्तराखंड में बेमौसम बारिश

अत्यधिक वर्षा, भूस्खलन और तबाही, जलवायु परिवर्तन के लक्षण साफ हैं। पर हम जलवायु-परिवर्तन को लेकर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, बड़े-बड़े समाधान के बारे में सोचते हैं, लेकिन उसके स्थानीय लक्षणों से छोटे-छोटे सबक नहीं लेते। हम पतली, दो...

उत्तराखंड: आपदाओं को हमने खुद दिया है आमंत्रण

कहते हैं पहाड़ों पर गाड़ी चलाते मोड़ों में हॉर्न का प्रयोग करें पर जिस तरह से इस साल पहाड़ी प्रदेश उत्तराखंड ने मनुष्य द्वारा पर्यावरण के साथ करी गई छेड़छाड़ का नतीज़ा भयंकर आपदाओं के रूप में देखा है...

बेहद अहम है जलवायु वैज्ञानिकों को नोबेल पुरस्कार मिलना

पहली बार नोबेल पुरस्कार जलवायु विज्ञानी को दिया गया है। भौतिकशास्त्र के लिए निर्धारित नोबेल पुरस्कार तीन मौसम वैज्ञानिकों के बीच बांटा गया है। जलवायु वैज्ञानिक स्युकुरो मनाबे और क्लॉस हसेलमैन को संयुक्त रूप से आधा नोबेल पुरस्कार दिया...

अमिताभ घोष का नया उपन्यासः जलवायु-परिवर्तन,शरणार्थी और संक्रमण जैसी जटिल चुनौतियों की दिलचस्प गाथा

यह एक ऐसा उपन्यास है, जिसका कथानक दुनिया के चार महाद्वीपों में फैला है! इसके चरित्र भी कई देशों से हैं। लेकिन अलग-अलग देशों-क्षेत्रों, धर्मों-जातियों, वर्गों और पेशों की विविधता के साथ उऩकी कुछ बड़ी समस्याओं में एकरूपता हैं।...

और इस तरह जलवायु परिवर्तन के प्रश्नों पर बनता गया मेरा ज्ञान तंत्र

नदियों और जल के बारे में अनुपम मिश्र से कितना कुछ जाना। उनके संपर्क के कारण इस विषय से जुड़े कई बेहतरीन लोगों से मिला। चंडी प्रसाद भट्ट जी के संपर्क में आया, उनके काम को जाना। अनुपम जी के कारण...

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पहलवान अभी भी डटे हैं, बृजभूषण मामले में अब भाजपा भी बंटी

नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष एवं भाजपा सांसद पर यौन उत्पीड़न की शिकायत करने वाली नाबालिग पहलवान...