Friday, April 19, 2024

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बिजली को लेकर देश में क्यों है हाहाकार?

इस साल अप्रैल माह से ही देश के अधिकांश राज्यों में अभूतपूर्व गर्मी और लू चल रही है। देश के कई हिस्सों में कई-कई घंटों तक बिजली में कटौती चल रही है, जबकि कल देश में रिकॉर्ड तोड़ बिजली...

ट्रेड यूनियनों की हड़ताल से देश भर का जनजीवन प्रभावित

नई दिल्ली/पटना/प्रयागराज। कर्मचारियों,किसानों और आम लोगों पर प्रतिकूल असर डालने वाली सरकार की ग़लत नीतियों के विरोध में केंद्रीय श्रमिक संगठनों की दो दिवसीय राष्ट्रीय हड़ताल आज से शुरू हो गई। देश बचाने के लिये हम हड़ताल पर हैं...

मध्य प्रदेश: किसान नेताओं ने की निगाही प्रोजेक्ट को बंद करने की मांग

सिंगरौली। किसान संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व विधायक डॉ सुनीलम ने 26 मार्च को मुहेर,सोनगढ़ और झलरी गांवों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने निगाही प्रोजेक्ट (एनसीएल)प्रभावितों के 250 प्रतिनिधियों से मुहेर गांव में बातचीत की। प्रतिनिधियों...

झारखंड: कोयले का अवैध खनन नहीं रुका तो भुगतने पड़ेंगे गंभीर नतीजे

बोकारो। झारखंड के धनबाद जिला अंतर्गत निरसा और महुदा थाना क्षेत्र में फरवरी माह में अवैध खनन से हुए हादसों की खबरें जब राष्ट्रीय स्तर पर चर्चे में आईं तो झारखंड सरकार की नींद में खलल पड़ी। तब पिछले...

कोयला खदान हादसे में मृत मजदूरों के परिजनों को मुआवजा दे सरकार: दीपंकर

पिछली 1 फरवरी को झारखंड के निरसा के ईसीएल मुगमा एरिया के अन्तर्गत गोपीनाथपुर, कापासारा एवं बीसीसीएल के दहीबाड़ी आउटसोर्सिंग में कोयला खनन के दौरान चाल धसने से दर्जनों की संख्या में मजदूरों की मौत हो गयी। जिसकी जानकारी...

दुमका में कोल माफियाओं का 350 कोयला खदानों पर कब्जा!

दुमका लोकसभा की सीट हो या विधानसभा की, दोनों सीटों पर लगभग हमेशा से सोरेन परिवार का कब्जा रहा है। लेकिन इसी दुमका के कोयलांचल क्षेत्र में आज कोयला माफियाओं का राज है। इनके आतंक का यह हाल है...

बस्तर डायरी-2: कोयला खदानों के निरस्त होने तक जारी रहेगा हसदेव अरण्य का संघर्ष

बस्तर। हसदेव अरण्य बचाओ संघर्ष समिति द्वारा कल ग्राम मदनपुर में छत्तीसगढ़ के प्रथम स्वतंत्रता सेनानी और शहीद वीर नारायण सिंह की शहादत और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के उपलक्ष्य में हसदेव बचाओ सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन...

नगालैंड: गोलियां चलाने से पहले सैन्य बलों द्वारा नहीं की गई थी मजदूरों की पहचान की कोशिश

"नगालैंड में कोयला खदान मजदूरों पर गोलियां चलाने से पहले सैन्य बलों ने उनकी पहचान सुनिश्चित नहीं की गई थी। और सीधे गोलियां चला दी।" - यह दावा राज्य के पुलिस महानिदेशक टी जॉन लॉन्गकुमार और कमिश्नर रोविलातो मोर...

झारखंड: मौत को मात देकर खदान से बाहर आए चार ग्रामीण

यह बात किसी से छुपी नहीं है कि झारखंड के तमाम बंद पड़े कोल ब्लॉक में अवैध उत्खनन करके स्थानीय लोग अपनी रोज़ी-रोटी चलाते हैं। इन क्षेत्रों के लोगों का रोजगार का यह बहुत ही सशक्त माध्यम है। ऐसे...

अडानी-भूपेश बघेल की मिलीभगत का एक और नमूना, कानून की धज्जियां उड़ाकर परसा कोल ब्लॉक को दी गई वन स्वीकृति

रायपुर। हसदेव अरण्य क्षेत्र में प्रस्तावित परसा ओपन कास्ट कोयला खदान परियोजना को दिनांक 21 अक्टूबर, 2021 को केन्द्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय, नई दिल्ली द्वारा स्टेज-II वन स्वीकृति जारी की गई है | इस खनन परियोजना से हसदेव...

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वामपंथी हिंसा बनाम राजकीय हिंसा

सुरक्षाबलों ने बस्तर में 29 माओवादियों को मुठभेड़ में मारे जाने का दावा किया है। चुनाव से पहले हुई इस घटना में एक जवान घायल हुआ। इस क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय माओवादी वोटिंग का बहिष्कार कर रहे हैं और हमले करते रहे हैं। सरकार आदिवासी समूहों पर माओवादी का लेबल लगा उन पर अत्याचार कर रही है।