हमारी सांस्कृतिक धरोहरों में, होली ने साझी खुशी, दिल्लगी और आपसी सौहार्द्र का जो रंग प्राचीन साहित्य के इतिहास में…
स्वाधीन लोकतंत्र में लोकतांत्रिक और सांस्कृतिक निरंकुशता का निर्णायक दौर
संस्कृति के लाक्षागृह में प्रवेश कर चुके लोकतंत्र के बचाव लिए जन-गंगा तक पहुंचने के लिए कोई तो सुरंग होनी…
‘ढाई आखर प्रेम के’ यात्रा: दुनिया लोग बदलते हैं, यह लोगों को याद दिलाना है
कोविड के सामाजिक दूरी बनाये रखने के दौर के ख़त्म हो जाने पर 4-5 दिसंबर 2021 को भारतीय जन नाट्य…
देश के साहित्यकारों, संस्कृतिकर्मियों और बुद्धिजीवियों ने छेड़ा फासीवाद के खिलाफ अभियान
(देश के साहित्यकारों, संस्कृतिकर्मियों, लेखकों, कवियों और बुद्धिजीवियों ने एक साझा अपील जारी की है जिसमें उन्होंने मौजूदा दौर में…
‘कोरस’ की नाट्य प्रस्तुति: ‘नीच’ में दिखा समानता के लिए स्त्री का संघर्ष
पटना। कोरोना महामारी के दौर में जहां सामाजिक-सांस्कृतिक गतिविधियां लगभग ठप हैं, वैसे में ‘कोरस’ ने सामाजिक उत्पीड़न की बढ़ती…
देश के लोकतांत्रिक वजूद के लिए खतरा हैं आरएसएस और बीजेपी: अखिलेंद्र
देश अपने राजनीतिक व सांस्कृतिक जीवन के सबसे बुरे दौर में है। मोदी सरकार के केन्द्रीय सत्ता पर काबिज होने…
गोलवलीकरण से गोडसेकरण की ओर
पिछले सप्ताह भारत सरकार के संस्कृति मंत्री के गोलवलकर की महिमा का बखान करते हुए किये गए ट्वीट ने देश…
अभिव्यक्ति की आजादी को कुचलने के लिए सरकार कर रही है ईडी का इस्तेमाल: सांस्कृतिक संगठन
(कल वेबपोर्टल न्यूज़क्लिक के दफ्तर और उसके निदेशक के घर पर हुए ईडी के छापे पर पूरे देश में तीखी…
वरवर राव की रिहाई के लिए लेखक संगठनों ने जारी की अपील, कहा-निर्दयता और असंवेदनशीलता की पराकाष्ठा है यह
(क्रांतिकारी कवि और एक्टिविस्ट वरवर राव की रिहाई के लिए लेखक और सांस्कृतिक संगठनों ने अपील जारी की है। संगठनों…
सांस्कृतिक संगठनों ने जारी किया खुला बयान, कहा- बंद हो मानवाधिकार-कर्मियों, लेखकों और पत्रकारों की गिरफ़्तारियों का सिलसिला
(जन संस्कृति मंच, दलित लेखक संघ, प्रगतिशील लेखक संघ, न्यू सोशलिस्ट इनिशिएटिव, प्रतिरोध का सिनेमा, संगवारी और जनवादी लेखक संघ…