पैंडोरा पेपर्स: नीलेश पारेख- देश में डिफाल्टर बाहर अरबों की संपत्ति
कोलकाता के एक व्यवसायी नीलेश पारेख, जिसे अब तक का सबसे बड़ा विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) 7,220 करोड़ रुपये का नोटिस दिया गया है, [more…]
कोलकाता के एक व्यवसायी नीलेश पारेख, जिसे अब तक का सबसे बड़ा विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) 7,220 करोड़ रुपये का नोटिस दिया गया है, [more…]
गौतम अडानी के अडानी ग्रुप की कंपनियां पिछले काफी समय से विवादों में बनी हुई हैं। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है [more…]
15 और 16 मार्च को बैंकिंग सेक्टर के सरकारी बैंकों के कर्मचारियों की सफल हड़ताल के बाद आज से 52 साल पहले, भारतीय अर्थव्यवस्था और [more…]
19 जुलाई के दिन को भारतीय बैंकिंग के इतिहास में एक सुनहरा दिन के तौर पर याद किया जाता है। 51 वर्ष पहले इसी दिन [more…]
नई दिल्ली। ऑल इंडिया बैंक इम्पलाइज एसोसिएशन (एआईबीईए) ने बैंकों के राष्ट्रीयकरण की 51वीं वर्षगांठ से एक दिन पहले ऐतिहासिक पहल करते हुए बैंकों के [more…]
नई दिल्ली। बैंकों के भारी भरकम एनपीए से डूब रहे सार्वजानिक क्षेत्र के बैंकों के बकाये को केंद्र सरकार द्वारा लगातार बट्टेखाते में डाला जा [more…]
यस बैंक का संकट भी दूसरे डूबते बैंकों से अलग नहीं है। बैंक जिस उदारता से कर्ज बांटता चला गया और वसूली नहीं हुई, इसी [more…]
नई दिल्ली। रिजर्व बैंक आफ इंडिया यानी आरबीआई ने विलफुल डिफाल्टर यानी क्षमता होते भी जानबूझ कर अपना ऋण न चुकाने वाली कंपनियों की पहली [more…]