ढाई आखर : सिनेमा की एक अर्थवान भाषा गढ़ने की कोशिश
हिन्दी में ऐसी बहुत कम फ़िल्में बनती हैं जिन्हें देखते हुए उसी सर्जनात्मकता और सौन्दर्य-बोध का एहसास होता है जो उत्कृष्ट साहित्य को पढ़ने से [more…]
हिन्दी में ऐसी बहुत कम फ़िल्में बनती हैं जिन्हें देखते हुए उसी सर्जनात्मकता और सौन्दर्य-बोध का एहसास होता है जो उत्कृष्ट साहित्य को पढ़ने से [more…]
हिंदी फिल्म ‘ढाई आखर’ (ढाई अक्षर) को गोवा में हो रहे 54वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) 2023 के प्रतियोगिता खंड में चुना गया है। [more…]