Estimated read time 1 min read
बीच बहस

शिक्षा संस्थानों का भ्रष्टीकरण और पाठ्यक्रमों का सांप्रदायीकरण

आज जब मैं मुड़कर पांच दशक पहले के समय पर दृष्टि डालता हूं तो इस बात को पहचानने में कोई गलती नहीं होती कि 1970 [more…]

Estimated read time 2 min read
बीच बहस

जयंती पर विशेष: गांधी नहीं देखते थे सिनेमा, लेकिन उनके विचारों से फिल्में थीं प्रभावित

महात्मा गांधी जिनका आज जन्मदिन है, उन्हें अपने पूरे जीवन में कभी फ़िल्में देखने का अवसर नहीं मिला। शायद एक फ़िल्म ‘रामराज्य’ उन्होंने देखी थी, [more…]

Estimated read time 1 min read
संस्कृति-समाज

वहीदा रहमान को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार

हिंदी के लोकप्रिय अभिनेता देवानंद (1923-2011) जिनकी जन्म शताब्दी इस वर्ष पूरे देश में मानयी जा रही है और जिनका जन्मदिन 26 सितंबर को मनाया [more…]

Estimated read time 1 min read
संस्कृति-समाज

‘जवान’: मसाला फ़िल्म में हमारे समय का यथार्थ

‘जवान’ शाहरुख खान के नायकत्व वाली फ़िल्म है जो इसी सप्ताह प्रदर्शित हुई है। इस फ़िल्म की निर्माता है उनकी पत्नी गौरी खान। स्वयं शाहरुख [more…]

Estimated read time 1 min read
राजनीति

स्वतंत्रता दिवस विशेष-2: खतरे में है आज़ादी, लोकतंत्र और संविधान?

इतिहास की इस सांप्रदायिक व्याख्या को उन हिंदुओं और मुसलमानों ने स्वीकार कर लिया जिनका दृष्टिकोण सांप्रदायिक था और जो यह मानते थे कि हिंदू [more…]

Estimated read time 1 min read
संस्कृति-समाज

ऑपेनहाइमर: एटम बम और मौजूदा दौर में विज्ञान की भूमिका

78 साल पहले आज ही के दिन 6 अगस्त 1945 को अमेरिका ने दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान जापान के शहर हिरोशिमा पर एटम बम गिराया [more…]

Estimated read time 1 min read
राजनीति

गुजरात के मुख्यमंत्री की प्रेम विवाह रोकने के लिए कानून बानने की घोषणा के मायने

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने यह घोषणा की है कि उनकी सरकार जल्दी ही ऐसा कानून लाने की इच्छुक है कि जो भी लड़का [more…]

Estimated read time 1 min read
राजनीति

मणिपुर 2002 का  गुजरात: जिन्हें नाज़ है हिंद पर वो कहां है?

दो कुकी आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र कर सार्वजनिक रूप से अपमानित करने और उसके बाद युवा स्त्री को सामूहिक बलात्कार का शिकार बनाने का वीडियो [more…]

Estimated read time 1 min read
राजनीति

गीता प्रेस की कूपमंडूक किताबों के दलदल में धंसने से कैसे मैं बचा : जवरीमल्ल पारख का संस्मरण

अभी कुछ दिनों पहले नरेंद्र मोदी सरकार ने गीता प्रेस, गोरखपुर को गांधी शांति पुरस्कार प्रदान करने की घोषणा की है। यह कुछ पुरानी संस्थाओं [more…]

Estimated read time 2 min read
राजनीति

हिन्दी सिनेमा में ब्राह्मणवाद और दलित मुक्ति के संदर्भ

भारत में सिनेमा का इतिहास सौ साल से अधिक पुराना है। यह न केवल महंगा माध्यम है, बल्कि तकनीकी माध्यम भी है,जिसके लिए तकनीकी जानकारों [more…]