आपातकाल यानी भारतीय लोकतंत्र का एक बेहद स्याह और शर्मनाक अध्याय....एक दु:स्वप्न...एक मनहूस कालखंड! पूरे 45 बरस हो गए जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अपनी सत्ता की सलामती के लिए आपातकाल लागू कर समूचे देश को कैदखाने में...
मैंने अपनी ज़िंदगी में कई तानाशाहों को चढ़ते और गिरते देखा है। आज मैं इस अप्रिय नस्ल के लोगों की पिछली पीढ़ियों को याद कर रहा हूँ।
भारत में जब 1975 में इंदिरा गांधी चुनाव में गड़बड़ी की कुसूरवार पाई...
राजनीति का आम सहजबोध यह है कि सत्ता की निरंकुशता लोकतंत्र का निषेध है। लोकतंत्र राजनीतिक सत्ता का गठन तो करता है, लेकिन उसे निरंकुश नहीं होने देता। यदि किसी लोकतांत्रिक व्यवस्था के अंतर्गत निरंकुश सत्ता का उद्भव होता है तो...
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