Tuesday, April 16, 2024

Ground Report

ग्राउंड रिपोर्टः आमदनी दोगुनी करने की तरह ‘मोदी की गारंटी’ को चुनावी जुमला मान रहे चंदौली के किसान!

उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में 'धान का कटोरा' के नाम से विख्यात चंदौली में आजकल हर गली और हर नुक्कड़ पर सिर्फ लोकसभा चुनाव की चर्चा है। चना और मटर के होरहा का सीजन चल रहा है। आम का...

ग्राउंड रिपोर्ट: मनोहरपुरा के निवासियों को नहीं मिल रहा सरकारी योजनाओं का लाभ

राजस्थान का ऐतिहासिक उदयपुर शहर झीलों की नगरी के नाम से भी प्रसिद्ध है। जहां सालों भर देश और दुनिया के पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहता है। यहां की सुंदरता की मिसाल इसी से लगाई जा सकती है कि...

ग्राउंड रिपोर्ट: लाभार्थियों तक क्यों नहीं पहुंचती योजनाएं?

देश में केंद्र हो या फिर राज्य सरकार, सभी नागरिकों के हितों में कई योजनाएं चला रही है। कुछ योजनाएं केंद्र द्वारा संचालित होती हैं तो कुछ योजनाएं राज्य सरकार भी अपने स्तर पर लागू करती हैं। लेकिन सभी...

ग्राउंड रिपोर्ट: पशुधन बना आमदनी का साधन

देश के ग्रामीण क्षेत्रों में आय का सबसे सशक्त माध्यम कृषि है। देश की आधी से अधिक ग्रामीण आबादी कृषि पर निर्भर करती है। इसके बाद जिस व्यवसाय पर ग्रामीण सबसे अधिक निर्भर करते हैं वह है पशुपालन। बड़ी...

ग्राउंड रिपोर्ट: गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को रोज़गारपरक शिक्षा बनाने की ज़रूरत

हमारे देश में शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए समय समय पर योजनाएं और नीतियां बनाई जाती रही हैं। नई शिक्षा नीति 2020 इसका प्रमुख उदाहरण है, इस शिक्षा नीति का मुख्य उद्देश्य एक ऐसी शिक्षा प्रणाली विकसित...

ग्राउंड रिपोर्टः मोदी क्यों नहीं सुन पा रहे हैं बनारस की विधवाओं की सूनी जिंदगी की टीस?

वाराणसी। ''डबल इंजन की सरकार ने हाल ही में वृद्ध महिलाओं के लिए एनजीओ द्वारा संचालित वृद्धाश्रमों को बंद करने का फरमान जारी किया है। महिला कल्याण विभाग की प्रमुख सचिव वीणा कुमारी के नए फरमान से विधवाओं की...

ग्राउंड रिपोर्ट: प्रवासी मजदूरों के बच्चे और उनके शैक्षणिक विकास का प्रश्न

राजस्थान के अजमेर और भीलवाड़ा सहित पूरे राज्य में लगभग 3500 से अधिक ईट भट्टे संचालित हैं। जिन पर छत्तीसगढ़, बिहार, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, झारखंड, मध्यप्रदेश और राजस्थान के ही सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों से लगभग 1 लाख श्रमिक प्रति...

ग्राउंड रिपोर्ट: शिक्षा के क्षेत्र में परिवर्तनकारी दौर से गुज़रता बिहार

सदियों से यह माना गया है कि शिक्षा के बिना मनुष्य पशु के समान है। मानव सभ्यता का अस्तित्व शिक्षा से ही जुड़ा हुआ है। हमारी सभ्यता व संस्कृति का विकास भी मानव की जिज्ञासा, ज्ञान की चाह तथा...

ग्राउंड रिपोर्ट: मासिक धर्म जागरूकता में युवाओं की भागीदारी भी ज़रूरी है

मासिक धर्म, मानव अस्तित्व का एक प्राकृतिक पहलू है, जिसे अक्सर कलंक और चुप्पी में छिपा दिया जाता है। दरअसल जागरूकता की कमी ने ही शर्म और गोपनीयता की संस्कृति को बढ़ावा दिया है। हमारे देश के अधिकतर हिस्सों...

ग्राउंड रिपोर्ट: हरे-भरे गांव में फैल रही गंदगी

"लोग कचरे को गधेरों (नहर) में फेंक देते हैं और फिर उस कचरे को कुत्ते घरों में लेकर आते हैं। कई बार तो इस्तेमाल किये गए पैड को भी गधेरों में फेंका जाता है। जिससे बहुत ज्यादा दुर्गंध आती...

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लोकतंत्र में चुनाव लघुता का पर्व और गर्व होता है, प्रभुता का पर्व और प्रसाद नहीं‎

लोकतंत्र में चुनाव सबसे बड़ा पर्व होता है, लोकतंत्र का पर्व। लोकतंत्र का पर्व असल में किस का पर्व...