Friday, March 29, 2024

Hari Sharan Gautam

‘‘आधी रोटी” का पूरा सच

यह आत्मकथा एक ऐसे दलित व्यक्ति के जीवन-संघर्षों की गाथा है जिसने उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में स्थित देवरिया जिले के एक छोटे से गांव चरियांव खास (जगदीशपुर मौजा मठबालागिर) में जन्म लिया था। जहां ग्रामीण जाति-व्यवस्था के साये...

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बहुसंख्यकवादी नैरेटिव को टेका लगाती फिल्में: स्वातंत्र्यवीर सावरकर

फिल्म जनसंचार का एक शक्तिशाली माध्यम है जो सामाजिक समझ को कई तरह से प्रभावित करता है। कई दशकों...