हिंदी में साहित्यिक पत्रिकाएं
हिंदी में सैकड़ों की संख्या में साहित्यिक पत्रिकाएं निकलती हैं। संभव है हजार से भी ऊपर हों। प्रिंट और वेब दोनों को समेट लेंगे तो [more…]
हिंदी में सैकड़ों की संख्या में साहित्यिक पत्रिकाएं निकलती हैं। संभव है हजार से भी ऊपर हों। प्रिंट और वेब दोनों को समेट लेंगे तो [more…]
स्वातंत्र्योत्तर भारत के निर्विवाद आंचलिक उपन्यासकार फणीश्वर नाथ रेणु का साहित्य आज़ादी के बाद दम तोड़ते निम्न मध्यवर्गीय कस्बाई जीवन का साहित्य है| रेणु की [more…]
हिंदी साहित्य के आकाश में नामवर सिंह उन नक्षत्रों में से एक हैं, जो अपनी चमक हमेशा बिखेरते रहेंगे। उनकी चमक कभी खत्म नहीं होगी। [more…]
शानी के मानी यूं तो दुश्मन होता है और गोयाकि ये तखल्लुस का रिवाज ज्यादातर शायरों में होता है, लेकिन शानी न तो किसी के [more…]
हिंदी साहित्य को अनेक साहित्यकारों ने अपने लेखन से समृद्ध किया है, लेकिन उनमें से कुछ नाम ऐसे हैं, जो अपने साहित्यिक लेखन से इतर [more…]
साहित्य के शोधकर्ताओं के लिए यह एक शोध का विषय है कि ईवी रामासामी पेरियार (17 सितंबर, 1879-24 दिसंबर, 1973) के मूल लेखन का कोई [more…]
पंकज बिष्ट पर संस्मरण लिखते हुए डरता हूं क्योंकि वह केवल एक आदमी पर नहीं होगा। पंकज बिष्ट कई आदमियों को मिलाकर बनाए गए हैं। [more…]