[एक आदमी से बारह घंटे काम लो और जितना ख़र्चे के लिए जरूरी हो उसका आधा ही दो और उम्मीद…
स्पार्टाकसः गुलामों की सेना ने हिला दी थी रोम की चूलें
हावर्ड फॉस्ट के कालजयी उपन्यास स्पार्टाकस का हिंदी अनुवाद अमृत राय ने आदिविद्रोही शीर्षक से किया है। मैं इस अनुवाद…