दुनिया कहां-से-कहां पहुंच गई। दुनिया की समस्या से भारत की समस्या को कुछ भिन्न प्रकार से देखने-दिखाने की कोशिश में…
स्मृति शेष: बी वी कारंत-दक्षिण और उत्तर रंगमंच को जोड़ने वाले सेतु
भारतीय रंगमंच में बी.वी. कारंत की पहचान असाधारण रंगकर्मी और रंगमंच प्रशिक्षण देने वाले विद्वान अध्यापक की है। उन्हें लोग…
सती-विधवा प्रथा और स्त्री पराधीनता का कट्टर समर्थक है गीता प्रेस
‘यत्र नार्यस्तु पूज्यंते, रमंते तत्र देवता’ से लेकर ’नारी तुम केवल श्रद्धा हो….’ तक भारतीय संस्कृति और साहित्य में ढोल-नगाड़ों…
सांस्कृतिक भड़ैंती और फूहड़पन के विरुद्ध, जन संस्कृति के संवर्द्धन का बिगुल बजाता ‘लोकरंग’
“सांस्कृतिक भड़ैंती और फूहड़पन के विरुद्ध, जन संस्कृति के संवर्द्धन के लिए” टैगलाइन के साथ साल 2008 में शुरु हुआ…