नई दिल्ली।हाल ही में 9 जून, 2023 को राष्ट्रीय समाचारपत्रों की सुर्खियां कुछ इस प्रकार थीं: “वित्तीय वर्ष 2013-23 तक…
बिहार स्पेशल: मॉर्टन चॉकलेट से HMT के ट्रैक्टर, जूट मिल से लेकर शुगर मिल; कैसे बर्बाद हुए उद्योग?
जाति और जाति की राजनीति करने वाला बिहार से बाहर निकलते ही एक बिहारी ना तो अमीर होता है और…
यूपी की बदहाली के गुनहगार कौन?
उत्तर प्रदेश में वे सभी खूबियां हैं जो इसकी जबर्दस्त राजनीतिक और आर्थिक सफलता की कहानी गढ़ सकती हैं। 2,43,286…
हाल बनारस के बुनकरों का: “न फ्रिक में हैं, न जिक्र में हैं, हम केवल वोट में हैं”
वाराणसी। बनारस में बजरडीहा बुनकर बाहुल्य इलाका है। बुनकरों की बर्बादी, लाचारी, बेबसी और असमय मौत का चलता-फिरता दस्तावेज है…
गन्ना किसानों का संकट पार्ट-1: करोड़ों गन्ना किसान और पूरा चीनी उद्योग आख़िर क्यों धँसे हुए हैं अतिरिक्त उत्पादन के दलदल में?
चीनी का उत्पादन घरेलू ख़पत से 25% ज़्यादा है, लेकिन हम न तो पर्याप्त निर्यात कर पा रहे हैं और…
स्पेशल रिपोर्ट: अंतिम सांसें गिन रहा है बरेली का मांझा और हथकरघा उद्योग
बरेली। बरेली का नाम सुनते ही दिमाग में तुरंत गाना चला आता है “झुमका गिरा रे बरेली के बाजार में”।…
हिंदी पट्टी कैसे हुई गोबर पट्टी में तब्दील?
5 दिन पहले फाइनेंशियल टाइम्स में प्रकाशित बाथ विश्वविद्यालय के संतोष मेहरोत्रा का यह लेख, अंग्रेजी हलकों में चर्चा का…
छत्तीसगढ़: मजाक बनकर रह गयी हैं उद्योगों के लिए पर्यावरणीय सहमति से जुड़ीं लोक सुनवाईयां
रायपुर। राजधनी रायपुर स्थित तिल्दा तहसील के किरना ग्राम में मेसर्स शौर्य इस्पात उद्योग प्राइवेट लिमिटेड के क्षमता विस्तार के…
नाजी दौर की तरह सरकार की विचारधारा का समर्थन करने वाली प्रोपेगैंडा फिल्में बना रही है फिल्म इंडस्ट्री
“फिल्म इंडस्ट्री को अब सरकार की ओर से विचार के समर्थन वाली फिल्में बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।…
3000 करोड़ रुपये में बिकी वीडियोकॉन, बैंकों का 46000 करोड़ और निवेशकों के करोड़ों डूबे
वीडियोकॉन पर बैंक का कर्जा 46000 करोड़ रूपये है और 3000 करोड़ में बेची जा रही है। बैंकों को 43000…