अल्पसंख्यक दिवस: अल्पसंख्यकों के भी बहुसंख्यकों जैसे ही अधिकार होते हैं

एक ऐसे देश में जहां न्यायमूर्ति तक यह कहने लगे हैं कि देश बहुसंख्यक की इच्छानुसार चलेगा, बहुत कम लोगों…

कौन कौन खों धरियों नाव, कंबल ओढ़ें सबरो गांव

यह कहावत कभी बुरी तरह बिगड़े गांव के लिए बुंदेलखंड में कही गई थी लेकिन आजकल देश इतनी तेजी से…

क्या यह लैंगिक न्याय के लिए है?

ऐशा शिफा बनाम कर्नाटक राज्य, 2022 के मामले में, न्यायमूर्ति हेमंत गुप्ता ने धार्मिक स्वतंत्रता के संदर्भ में टिप्पणी करते…

क्या जस्टिस शेखर यादव के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय उठाएगा कड़े कदम ?

इलाहाबाद हाई कोर्ट के न्यायाधीश शेखर यादव ने दो दिन पहले विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) द्वारा आहूत एक सम्मेलन में…