कोरोना काल में पाताल लोक में पहुँच गयी है मानवता
वास्तव में यह व्यवस्था सड़ चुकी है, जिसमें इंसानियत व मानवता के लिए कोई जगह नहीं है। जिंदा आदमी तो दूर, यहाँ लाश को भी [more…]
वास्तव में यह व्यवस्था सड़ चुकी है, जिसमें इंसानियत व मानवता के लिए कोई जगह नहीं है। जिंदा आदमी तो दूर, यहाँ लाश को भी [more…]