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संस्कृति-समाज

कविता कृष्णपल्लवी के एक सघन काव्य बिंब का लकानियन विश्लेषण

एक दिलचस्प और चौंकाने वाला सघन बिंब जिसकी बहुस्तरीयता इसकी थोड़ी विस्तृत मनोविश्लेषणात्मक व्याख्या के लिए उकसाती है। पहाड़ों की शाम का आनंद इसमें क्रमशः [more…]