वाराणसी। बनारस की गर्म दोपहर थी। धूप, जैसे आसमान से नहीं, ज़मीन के अंदर से निकल रही हो। उस तपिश के बीच…
Khargupur
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वाराणसी। बनारस की गर्म दोपहर थी। धूप, जैसे आसमान से नहीं, ज़मीन के अंदर से निकल रही हो। उस तपिश के बीच…