डॉ. राही मासूम रजा (1 सितंबर 1927-15 मार्च 1992) फिरकापरस्ती, जातिवाद, सामंतशाही और वर्गीय विभाजन के खिलाफ निरंतर चली प्रतिबद्ध…
संविधान के बुनियादी सिंद्धातों के खिलाफ है शैक्षणिक पाठ्यक्रमों में धार्मिक ग्रंथों का शामिल किया जाना
मध्यप्रदेश सरकार ने प्रदेश के महाविद्यालयों में धार्मिक ग्रंथों रामचरितमानस तथा महाभारत के कुछ अंशों को पढ़ाने का फैसला किया…
COVID-19 के संक्रमण से पस्त हिंदू धर्म को अब ‘राम’ और ‘रामायण’ का सहारा
कोविद-19 महामारी फैलने के बाद मंदिरों के पट बंद हो गए। कोरोना संक्रमण के लाइलाज घोषित होने के बाद सारे…
माहेश्वरी का मत: यह न महाभारत है, न ही कोई धर्मयुद्ध; तेज़ी से फैलने वाली एक वैश्विक महामारी है
नोटबंदी पर पचास दिन माँगने वाले प्रवंचक ने अब इक्कीस दिन में कोरोना के प्रभाव को ख़त्म करने की बात…
राही मासूम रजा: हिंदुस्तानी रिवायत के महान प्रतीक पुरुष
डॉक्टर राही मासूम रजा (1 अगस्त 1927–15 मार्च 1992) फिरकापरस्ती, जातिवाद, सामंतशाही और वर्गीय विभाजन के खिलाफ निरंतर चली प्रतिबद्ध…
प्राचीन भारत का नया भविष्य!
पिछले छह सालों में जबकि साबित किया जा चुका है कि आधुनिक पढ़ाई लिखाई और उच्च शिक्षा का तर्कशीलता, बुद्धि,…