कार्ल मार्क्स: जिसने दुनिया बदलना और समझना सिखाया
[मार्क्सवाद के अंदर बहुत से सिद्धांत हैं, लेकिन अंतिम रूप से उन सबको सिर्फ एक पंक्ति में समेटा जा सकता है- ‘विद्रोह न्यायसंगत है- माओ [more…]
[मार्क्सवाद के अंदर बहुत से सिद्धांत हैं, लेकिन अंतिम रूप से उन सबको सिर्फ एक पंक्ति में समेटा जा सकता है- ‘विद्रोह न्यायसंगत है- माओ [more…]
रूसी क्रांति के शिल्पी लेनिन के जन्मदिन (22 अप्रैल) पर रूसी क्रांति अब तक के मानव इतिहास के गर्भ से जन्मी सबसे संभावनाशील शिशु रही [more…]