मुर्शिदाबाद हिंसा : कानून के राज में भीड़ के फैसले ?

जब सत्ताएँ ही दंगों की पृष्ठभूमि रचें और अधिसंख्य लोग उसी जकड़न का शिकार हों, तब निश्चिंतता हर पल खतरे…