अरबी मूल के ‘सफ़ारी’ और अफ्रीका की स्वाहिली मूल के ‘मसाफ़ीरी’ शब्द से बना है प्रचलित स्वाहिली का शब्द ‘वासाफ़ीरी’ यानी सफ़री या यायावर। इसी नाम के एक प्रसिद्ध ब्रिटिश साहित्यिक-सामाजिक तिमाही जर्नल, वासाफ़ीरी के 107वें अंक में (अगस्त...
भारत की इस धरती पर कई ऐसे महान वैज्ञानिक पैदा हुए हैं, जिन्होंने अपनी खोज और रिसर्च से दुनिया के विकास को नई दिशा दी है। विडंबना यह है कि यह काम वे भारत में रहते हुए नहीं कर...
पहली बार नोबेल पुरस्कार जलवायु विज्ञानी को दिया गया है। भौतिकशास्त्र के लिए निर्धारित नोबेल पुरस्कार तीन मौसम वैज्ञानिकों के बीच बांटा गया है। जलवायु वैज्ञानिक स्युकुरो मनाबे और क्लॉस हसेलमैन को संयुक्त रूप से आधा नोबेल पुरस्कार दिया...
नोबेल पुरस्कारों के 2021 के विजेताओं का चयन बहुत अप्रत्याशित माना जा रहा है। अधिकतर लोगों ने शायद सोचा भी नहीं होगा कि इस बार नोबेल शांति पुरस्कार लोकतंत्र और टिकाऊ शांति के लिए आवश्यक अभियक्ति की आजादी की...
अफगानिस्तान से लेकर भारत में असम के दरांग और उत्तर प्रदेश में लखीमपुर खीरी तक फैली अशान्ति के बीच इस बरस के नोबेल शांति और साहित्य पुरस्कार के सिवा साहित्य , अर्थशास्त्र , भौतिकी ,रसायन और मेडिसिन के लिए...
नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने जबरिया बाल मजदूरी और ट्रैफिकिंग (दुर्व्यापार) के तेजी से बढ़ते मामलों पर रोक लगाने के लिए राजनीतिक दलों और सांसदों से संसद के आगामी मानसून सत्र में फौरन एंटी ट्रैफिकिंग बिल को...
इस धरती पर मानव को यह बहुत ही गर्वोक्ति या दंभ है कि 'इस धरती के हम सबसे बुद्धिमान प्राणी हैं।' बहुत से मायनों में यह सत्य भी है,क्योंकि मानव इस धरती पर वह अपने बनाए वैज्ञानिक संसाधनों, उपकरणों...
रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज द्वारा इस वर्ष 2020 का भौतिक विज्ञान में अपने उल्लेखनीय कार्यों और वैज्ञानिक शोधों के लिए प्रतिष्ठित नोबेल पुरस्कार भौतिकी के उन महान तीन वैज्ञानिकों को दिया जा रहा है, जो इस ब्रह्मांड के...
25 मई, 2020 को अमेरिका में एक घटना घटी, जिसमें एक श्वेत पुलिस अधिकारी डेरेक चाउविन द्वारा जॉर्ज फ्लॉयड नाम के अश्वेत नागरिक का गला घोटने से दबाकर मार दिया गया, घटना बीच सड़क पर हुई, जिसको वहां मौजूद...
यूनाइटेड नेशन्स के विश्व खाद्य कार्यक्रम (World Food Programme) को नोबल शांति पुरस्कार से सम्मानित किए जाने की घोषणा की गयी है। विश्व खाद्य दिवस 16 अक्तूबर से ठीक एक सप्ताह पूर्व ये घोषणा की गई है।
क्या विडंबना है...