दलित साहित्यकारों और एक्टिविस्टों ने आधुनिकता के मुहावरे और ढांचे में अपने संघर्ष को स्थापित किया है। मूल्यों के असमान हिंदू सिस्टम के खिलाफ उन्होंने तार्किकता और सार्वभौमिकता के विचार निबद्ध किए हैं। वे दलित चेतना में बाहरी घुसपैठ...
वो तुम थे एक साधारण मनुष्य को सताने वाले
अपने अपराध पर हँसे ठठाकर,
और अपने आसपास जमा रखा मूर्खों का झुंड
अच्छाई को बुराई से मिलाने के लिए, कि न छंट सके धुंध,
बेशक हर कोई झुका तुम्हारे सामने
कसीदे पढ़े तुम्हारी शराफ़त...
अरबी मूल के ‘सफ़ारी’ और अफ्रीका की स्वाहिली मूल के ‘मसाफ़ीरी’ शब्द से बना है प्रचलित स्वाहिली का शब्द ‘वासाफ़ीरी’ यानी सफ़री या यायावर। इसी नाम के एक प्रसिद्ध ब्रिटिश साहित्यिक-सामाजिक तिमाही जर्नल, वासाफ़ीरी के 107वें अंक में (अगस्त...
जज मत करिए उन्हें समझिए
“जेंडर ट्रबलः फेमेनिज्म एंड द सबवर्जन ऑफ आईडेंटिटी” (1990) जैसी मशहूर किताब की रचयिता और अमेरिकी अकादमिक और जेंडर मामलों की जानकार दार्शनिक जूडिथ पामेला बटलर का मानना है कि जेंडर का गठन, एक्शन और...
दुनिया की सबसे विख्यात आंकी गई महिलाओं में से एक, विश्व सिनेमा की एक प्रमुख स्टार, और 11 साल की उम्र से हैरी पॉटर फिल्म ऋंखला में हरमाइनी ग्रैंगर का लोकप्रिय किरदार निभाती आई ब्रिटिश अदाकारा और एक्टिविस्ट एमा...
अमीर ख़ान का गाना सुनते हुए आप सबसे पहले क्या राय बनाते हैं उनके बारे में? क्या बना सकते हैं? मुझे प्रमोद कौंसवाल भाईसाब से सबसे पहले उनका नाम पता चला और गायन भी। फिर दिल्ली में मंगलेश जी...
इससे पहले कि टीवी समाचार के आसमान पर छाए बादल फटते मैं निकल आया था। या निकलने को विवश हुआ था। लेकिन जाता कहां? ये मेरी ख़ुशफ़हमी थी। अपने इर्दगिर्द ऐसी फुसफुसाहटें, और ऐसी शिकारी आंखें रेंगने लगी थीं...
राम के नाम क्या-क्या नहीं हुआ था। अब चीख नहीं सकते तो एक यात्रा भीतर की ओर की जा सकती है। एक आंतरिक गान की ओर। तब सारा शोर सारी आपाधापी नारे गर्जन-तर्जन फूल माला घंटे घड़ियाल सारी आवाजें...