कुछ दिनों पहले जब पार्ले, अमूल, मारुति सुजुकी और फ्यूचर ग्रुप के चार काॅरपोरेट अधिशासियों ने घृणा और वैमनस्य का जहर उगलने वाले टेलिविजन चैनलों के साथ अपने-अपने विज्ञापन-शर्तों की समीक्षा करने का ऐलान किया, तब हमें काफी सुकून...
‘बजाज’ के बाद ‘पारले’ ने भी जहरीले न्यूज चैनलों को विज्ञापन न देने का फैसला किया है। पारले इस मुहिम में कुछ और कंपनियों को शामिल करने की कोशिश कर रही है। उम्मीद की जानी चाहिए कि समाज में...