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गुजरात साहित्य अकादमी के अध्यक्ष विष्णु पांड्या ने ‘शववाहिनी गंगा’ को दिया अराजक कविता का खिताब

‘शववाहिनी गंगा’ कविता लिखने वाली गुजराती कवि  पारुल खाखर ‘अराजक’ हैं और इस कविता को सराहने वाले ‘साहित्यिक नक्सली’! ये मेरा नहीं गुजरात साहित्य अकादमी [more…]