वोट तो चाहिए, लेकिन मजदूर नहीं
वाराणसी जिले में असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले श्रमिकों की संख्या लाखों में है। इसमें घरेलू कामगार, निर्माण मजदूर, रिक्शा चालक, पटरी दुकानदार, हैंडलूम [more…]
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