अपने देश में जितने दार्शनिक हुए, राजनीति विज्ञान के विद्वान हुए। अभी बहुत गहराई में यह बात नहीं बता पाए…
अल्पसंख्यकों के साथ होगा निष्पक्ष और न्यायपूर्ण व्यवहार: 15 अगस्त, 1947 को मध्य रात्रि की असेंबली बैठक में डॉ. राजेंद्र प्रसाद
(15 अगस्त, 1947 की उस चर्चित मध्य रात्रि की बैठक में पंडित जवाहर लाल नेहरू की ‘नियति से मुलाकात’ के…
हमने कभी नहीं कहा था कि हम सबको सरकारी नौकरी देंगे। हम ये अभी भी नहीं कह रहे हैं: रविशंकर प्रसाद
धीरज रखें। इस पंक्ति को पढ़ते ही अधीर न हों। यह मेरे लेख के सबसे कम महत्वपूर्ण बातों में से…
आजादी की लड़ाई के विरोधी और अंग्रेजी हुकूमत के पैरोकार भला कैसे हो सकते हैं देशभक्त
आज की तारीख में उन क्रांतकारियों की आत्मा रो रही होगी, जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपना सब कुछ…