किसानों के सामने एक ही रास्ता था- मौत या आंदोलन!
वो दौर, जब दो आढ़तिए कपड़े की थैली में हाथ डालकर अंगुलियों के इशारे से गुपचुप किसान की फसल की कीमत तय कर लेते थे। [more…]
वो दौर, जब दो आढ़तिए कपड़े की थैली में हाथ डालकर अंगुलियों के इशारे से गुपचुप किसान की फसल की कीमत तय कर लेते थे। [more…]
व्यापारियों के उत्पादों के सैम्पल परीक्षण होते रहते हैं और अक्सर महत्वपूर्ण ब्रांड में भी जब उनकी लैब टेस्टिंग होती है तो, गलतियां मिलती रहती [more…]