….. उसके कदमों की तरफ देख किधर जाते हैं !
पिछले सप्तम सुर तक जा पहुंचे रौद्र रस में जारी भागवत कथा के बीच अचानक से कोमल सुर लग गया। हर संभव असंभव स्थान और [more…]
पिछले सप्तम सुर तक जा पहुंचे रौद्र रस में जारी भागवत कथा के बीच अचानक से कोमल सुर लग गया। हर संभव असंभव स्थान और [more…]
कुनबे की हड़बड़ी कुछ ज्यादा ही बढ़ी दिख रही है; उन्मादी ध्रुवीकरण को तेज से तेजतर और उसके तरीकों को अशिष्ट से अभद्रतम तक पहुंचाया [more…]
रामभद्राचार्य कह रहे हैं कि जो राम को नहीं भजेगा, वह चमार है। यह जितना निंदनीय है, उतना ही दंडनीय भी है। संत रामभद्राचार्य को [more…]